सितंबर में घटा एक्सपोर्ट, व्यापार घाटा 13.98 अरब के स्तर पर
नई दिल्ली। सितंबर में थोक महंगाई दर बढ़ने के साथ साथ निर्यात में भी कमी दर्ज की गयी। देश से होने वाले एक्सपोर्ट कारोबार में करीब 2.15 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी। वहीँ व्यापारिक घाटा 13.98 अरब तक पहुँच गया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सितंबर माह में निर्यात 27.95 अरब डॉलर रहा है। आधार प्रभाव की वजह से निर्यात का आंकड़ा नीचे आया है। हालांकि, इस दौरान व्यापार घाटा पांच महीने के निचले स्तर पर आ गया।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार सितंबर में आयात 10.45 प्रतिशत बढ़कर 41.9 अरब डॉलर पर पहुंच गया। सितंबर, 2017 में आयात 37.9 अरब डॉलर रहा था। सितंबर में व्यापार घाटा 13.98 अरब डॉलर रहा।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर की अवधि में निर्यात 12.54 प्रतिशत बढ़ा है। इस दौरान आयात 16.16 प्रतिशत बढ़ा। इस तरह पहली छमाही में व्यापार घाटा 94.32 अरब डॉलर रहा। अप्रैल से निर्यात लगातार बढ़ रहा था। मार्च में यह 0.66 प्रतिशत घटा था।
वाणिज्य सचिव अनूप वधावन ने निर्यात में गिरावट की मुख्य वजह तुलनात्मक आधार का प्रभाव है। एक साल पहले समान महीने में निर्यात 26 प्रतिशत बढ़ा था।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक अस्थायी रुख है। अक्टूबर में डॉलर मूल्य में हम निर्यात में अच्छी वृद्धि देखेंगे।’’ वधावन ने कहा कि कठिन परिस्थितियों के बावजूद चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में निर्यात का आंकड़ा अच्छा रहा है। उन्होंने कहा कि यही रुख वित्त वर्ष की शेष अवधि में जारी रहने की उम्मीद है।
निर्यातकों के प्रमुख संगठन फेडरेशन आफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन (फियो) के अध्यक्ष गणेश गुप्ता ने कहा कि निर्यात में नकारात्मक वृद्धि की मुख्य वजह पिछले साल के समान महीने का ऊंचा आधार प्रभाव है।
गुप्ता ने बयान में कहा कि प्लास्टिक और लिनोलियम उत्पादों में ऊंची वृद्धि, आर्गेनिक और और इनआर्गेनिक रसायन, पेट्रोलियम उत्पाद और फार्मा उत्पादों के निर्यात में ऊंची वृद्धि भविष्य के निर्यात की दृष्टि से सकारात्मक संकेत है।