साढ़े चार साल में इस बीजेपी सांसद की उम्र नहीं बढ़ी एक भी दिन
जयपुर। बीजेपी सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी की उम्र मानो तो पिछले चार वर्ष बीत जाने के बाद भी वहीँ थमी हुई है। ये हम नहीं कह रहे, बल्कि सांसद सोनाराम चौधरी का वह शपथ पत्र कह रहा है जो उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए जमा कराया है।
मई 2014 में लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन करने के लिए कर्नल सोनाराम ने अपने शपथ पत्र में अपनी उम्र 73 वर्ष लिखी थी लेकिन अब 2018 में बाडमेड विधानसभा से चुनाव लड़ रहे सोनाराम चौधरी ने अपने शपथ पत्र में उम्र 73 वर्ष लिखी है।
यानि पिछले साढ़े चार सालो में बीजेपी सांसद सोनाराम चौधरी की उम्र पर कोई फर्क नहीं पड़ा, वह जस की तस बनी हुई है। वे 2014 में भी 73 वर्ष के थे और 2018 में भी 73 वर्ष के ही हैं।
सोनाराम चौधरी की उम्र में गड़वड़झाला नई बात नहीं हैं। जब 2008 में उन्होंने विधानसभा चुनाव में नामांकन किया था तो उन्होंने अपने शपथपत्र में अपनी उम्र 65 वर्ष दर्शाई थी। वहीँ इसके पांच साल बाद वर्ष 2013 में कर्नल सोनाराम चौधरी ने विधानसभा चुनाव में पुनः नामांकन किया तो इस बार उन्होंने शपथपत्र में अपनी उम्र 72 वर्ष लिखी।
यानी 2008 से 2013 के बीच पांच सालो में कर्नल सोनाराम चौधरी की उम्र 7 वर्ष बढ़ गयी। शपथपत्र में उम्र को लेकर इतनी बड़ी गड़बड़झाला शायद ही पहले कहीं किसी उम्मीदवार के शपथपत्र में सामने आयी हो।
गौरतलब है कि कर्नल सोनाराम चौधरी की गिनती राजस्थान के कद्दावर जाट नेताओं में की जाती है। बीजेपी में शामिल होने से पहले वे कांग्रेस के टिकिट पर 1996, 1998, 1999 में बाड़मेर लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। वे 2013 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।