पीएम मोदी को पत्र लिखने वालो के समर्थन में सामने आयीं 180 बड़ी हस्तियां
नई दिल्ली। मॉब लिंचिंग पर पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने वाली 49 हस्तियों के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज होने पर विरोध जताते हुए 180 से अधिक देश की नामी हस्तियों ने कार्रवाही की निंदा की है।
सोमवार को देश की 180 से अधिक नामी हस्तियों ने एक पत्र जारी कर सवाल किया कि प्रधानमंत्री को खुले तौर पर लिखे गए पत्र को राजद्रोहा का मामला कैसे बना दिया गया।
पत्र में कहा गया है कि ‘सांस्कृतिक समुदाय में हमारे 49 सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। केवल इसलिए क्योंकि समाज के जिम्मेवार नागरिक के तौर पर उन्होंने आवाज उठाई। देश में हो रही मॉब लिंचिंग पर चिंता जताते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री को खुले तौर पर पत्र लिखा था। क्या इसे राजद्रोह का मामला कहेंगे? क्या अदालतों का दुरुपयोग करके लोगों की आवाज को चुप कराना प्रताड़ना नहीं है?’
पत्र में कहा गया है कि हम हर दिन मॉब लिंचिंग, लोगों की आवाज को चुप कराने और उन्हें प्रताड़ित करने के लिए अदालतों के दुरुपयोग के खिलाफ बोलेंगे। हमारे सहयोगियों ने जो पत्र प्रधानमंत्री को लिखा उसके हरेक शब्द का हम समर्थन करते हैं।’
पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में इतिहासकार रोमिला थापर, सिनेमेटोग्राफर आनंद प्रधान, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह, एक्टिविस्ट हर्ष मंदर, लेखक अशोक वाजपेयी और जेरी पिंटो, इरा भास्कर, कवि जीत थायिल, लेखक शम्सुल इस्लाम, संगीतकार टीएम कृष्ण और फिल्ममेकर-एक्टिविस्ट सबा दिवान शामिल हैं।
गौरतलब है कि देश में मॉब लिंचिंग की घटनाओं का हवाला देते हुए देश की 51 नामी हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इस पत्र को लेकर देश की छवि बिगाड़ने का आरोप लगाकर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस दीपक गुप्ता ने कहा था कि सरकार की आलोचना करने पर राजद्रोह के आरोप नहीं लगाए जा सकते।