सहारनपुर के डीएम, एसएसपी हटाए गए, इंटरनेट सेवा बंद

सहारनपुर। जातीय हिंसा की ताजा घटनाओं के बाद हरकत में आयी उत्तर प्रदेश सरकार ने सहारनपुर जिले के डीएम डीआईजी, कमिश्नर और एसएसपी को हटा दिया है। हिंसा प्रभावित क्षेत्र के एसडीएम और सीओ को निलंबित कर दिया गया है। वहीँ कुछ संवेदनशील इलाको को सेना के हवाले किये जाने की खबर है।

सहारनपुर जिला प्रशासन ने जातीय हिंसा को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों के रोकने के मद्देनजर सोशल मीडिया पर भी पाबन्दी लगा दी है। जिलाधिकारी की तरफ से जारी किए गए आदेश में मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली सभी कंपनियों को सहारनपुर में इंटरनेट, एसएमएस और सोशल मीडिया सेवाओं को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी किया गया है।

इससे पहले मंगलवार की देर रात सहारनपुर पहुंचे गृह सचिव, एडीजी कानून-व्यवस्था, आईजी और डीआईजी ने एसएसपी सहित स्थानीय अफसरों के साथ पुलिस लाइन सभागार में समीक्षा बैठक की और बाद में सभी अधिकारियों ने जिला अस्पताल पहुंच कर घायलों का हाल जाना।

इलाके में तनाव को देखते हुए गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़, आगरा से पीएसी के 5 कमांडेंट्स भेजे गए हैं। इसके अलावा इलाके में रेपिड एक्शन फ़ोर्स और पीएसी तैनात की गयी है।

गौरतलब है कि करीब 600 दलितों और 900 ठाकुरों की आबादी वाले गांव शब्बीरपुर से हिंसक चक्र की शुरुआत हुई थी। पांच मई को राजपूत राजा महाराणा प्रताप की जयंती के उपलक्ष्य में ठाकुरों के एक जुलूस पर एक दलित समूह ने आपत्ति जतायी तो इससे हिंसा फूट पड़ी। इसमें एक व्यक्ति को अपनी जान गंवानी पड़ी और 15 लोग घायल हो गये।

मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती की सभा थी। इसमें शामिल होकर लौट रहे लोगों का आरोप था कि उन पर ठाकुरों ने रॉड, लाठियों और चाकुओं से हमला किया। एसपी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया था कि घटना में एक ही मौत हो गई, जबकि 13 लोग घायल थे।

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TeamDigital