सपा विधायक ने कहा ‘नहीं गाऊंगा वंदे मातरम, चाहो तो जेल में डाल दो या देश से निकल दो’
मुंबई। शिक्षण संस्थाओं और कार्यालयों में वनदे मातरम गाये जाने को लेकर मद्रास हाईकोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र में सत्ताधारी दल भाजपा-शिवसेना ने राज्य में वंदे मातरम गाना अनिवार्य करने की मांग की है। इस पर महाराष्ट्र में सपा के विधायक अबू आसिम आजमी ने इसका प्रखर विरोध करते हुए कहा है कि चाहे तो देश से बाहर निकाल दो लेकिन, वंदे मातरम नहीं गाऊंगा।
सपा विधायक अबू आसिम आजमी ने कहा कि वंदे मातरम गाने को लेकर भले ही हमें मुल्क से निकाल दो, लेकिन सच्चा मुसलमान वंदे मातरम नहीं गाएगा। आजमी ने कहा कि मैं वंदे मातरम का सम्मान करता हूं, परन्तु मेरा मजहब मुझे वंदे मातरम कहने की इजाजत नहीं देता। सरकार चाहे तो जेल में डाल दे , लेकिन हम वंदे मातरम नहीं कहेंगे।
वहीँ एमआईएम विधायक वारिस पठान ने कहा कि कोई विचारधारा किसी पर थोपी नहीं जा सकती। मैं वंदे मातरम नहीं गाऊंगा। वारिस पठान ने अपने पार्टी के नेता असदुद्दीन ओवैसी की तर्ज पर कहा कि मेरे गले पर कोई छुरी रख कर या बंदूक रख कर भी बोलने को कहे तब भी वंदेमातरम नहीं बोलूंगा। विधानसभा में यदि यह मुद्दा उठा तो विरोध करूंगा।
वंदे मातरम के मामले में शिवसेना नेता व सूबे के परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने कहा कि किसी की गर्दन पर छुरी रखने का सवाल नहीं है। अगर उनको वंदे मातरम कहने में इतनी शर्म लगती है तो वो खुद यहां से चले जाएं। यह हमारी मातृ भूमि है।
इस भूमि को स्वतंत्र करने वाला गीत है और उस गीत का आदर करने में तकलीफ होती है तो वे यहां से चले जाएं। रावते ने कहा कि उनको पाकिस्तान की ही याद क्यों आती है। उन्हें बांग्लादेश की याद क्यों नहीं आती। यहां रहते है लेकिन दिल से पाकिस्तानी हैं।