सपा बसपा गठबंधन का अंत, मायावती का एलान ‘भविष्य के चुनाव अकेले लड़ेगी बसपा’

सपा बसपा गठबंधन का अंत, मायावती का एलान ‘भविष्य के चुनाव अकेले लड़ेगी बसपा’

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में बने समाजवादी पार्टी और बहुजनसमाज पार्टी के बीच गठबंधन समाप्त हो गया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा की भविष्य के सभी छोटे बड़े चुनाव बसपा अकेले लड़ेगी।

ट्विटर पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा कि ‘बीएसपी की आल इण्डिया बैठक कल लखनऊ में ढाई घण्टे तक चली। इसके बाद राज्यवार बैठकों का दौर देर रात तक चलता रहा जिसमें भी मीडिया नहीं था। फिर भी बीएसपी प्रमुख के बारे में जो बातें मीडिया में फ्लैश हुई हैं.वे पूरी तरह से सही नहीं हैं, जबकि इस बारे में प्रेसनोट भी जारी किया गया था।’

गठबंधन को लेकर मायावती ने लिखा, ‘वैसे भी जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन् 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरूद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया।’

इसके बाद गठबंधन तोड़ने का ऐलान करते हुए मायावती ने लिखा, ‘लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी।’

इससे पहले रविवार को बसपा सुप्रीमो मायवती ने लोकसभा चुनाव में गठबंधन उम्मीदवारों की पराजय का ठीकरा सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर फोड़ते हुए उन्हें ज़िम्मेदार ठहराया था। इतना ही नहीं मायावती ने अखिलेश यादव को मुस्लिम विरोधी करार देते हुए कहा कि उन्होंने मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकिट देने से रोका था।

मायावती ने कहा कि ध्रुवीकरण के डर से अखिलेश यादव ने मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकिट देने को मना किया था लेकिन मैंने उनकी बात नहीं सुनी। मायावती ने समाजवादी पार्टी पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश ने मतगणना के दिन उन्हें फोन किया था लेकिन उन्होंने उनकी कॉल का जवाब नहीं दिया। “उन्हें मुझे बताना चाहिए था कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका समर्थन नहीं किया।”

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TeamDigital