सपा-बसपा के बीच पकी गठबंधन की खिचड़ी, कल एलान सम्भव
लखनऊ ब्यूरो। 2019 के आम चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन तय होगया है। इस गठबंधन से कांग्रेस को बाहर रखा गया है। वहीँ राष्ट्रीय लोकदल को भी शामिल करने पर पेंच फंसा हुआ है। माना जा रहा है कि कल शनिवार को इस गठबंधन का औपचारिक एलान होगा।
गठबंधन में शामिल होने को लेकर रालोद के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी गठबंधन में शामिल है लेकिन अभी सीटों को लेकर कोई बात नही हुई है। वहीँ सूत्रों की माने तो रालोद पश्चिमी उत्तर प्रदेश पांच सीटों पर दावे कर रही है जबकि सपा बसपा उसे तीन सीटें देना चाहते हैं।
वहीँ सपा बसपा के बीच गठबंधन को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों दल 37-37 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे तथा तीन सीटें रालोद को दिए जाने के अलावा 01 सीट किसी अन्य क्षेत्रीय दल को दी जायेगी वहीँ अमेठी और रायबरेली में गठबंधन अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगा।
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनावो में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश कोई 80 लोकसभा सीटों में से 72 सीटें जीती थीं। वहीँ बाद में हुए लोकसभा के उपचुनाव में बीजेपी को तीन अहम सीटों पर गठबंधन उम्मीदवारो से हार का सामना करना पड़ा था।
कैराना, फूलपुर और गोरखपुर में हुए उपचुनाव में बीजेपी की पराजय से साफ़ हो गया कि यदि विपक्ष एकजुट होकर चुनाव लडे तो बीजेपी के लिए चुनावी राह मुश्किल हो सकती है। देश की सर्वाधिक लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में जातीय समीकरणों को बेहद अहम माना जाता है।
यदि प्रदेश में सपा बसपा गठबंधन होता है तो कांग्रेस का अकेले चुनाव लड़ना भी तय माना जा रहा है। हालाँकि यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस नेता पीएल पूनिया शिवपाल यादव की प्रोग्रेसिव समाजवादी पार्टी के सम्पर्क में हैं और बहुत मुमकिन है कि कांग्रेस पूरे प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने की जगह कुछ अन्य छोटे दलों को साथ लेकर चुनावी मैदान में उतरे।
फिलहाल सभी की नज़रें सपा बसपा पर टिकीं हुई है। देखना है कि कल सपा बसपा के गठबंधन का एलान होता है अथवा नहीं। यदि यह गठबंधन बनता ही तो इसमें रालोद की क्या भूमिका रहती है। यह सब कल साफ़ जो जाएगा।