संसदीय समिति के समक्ष अहम सवालो के जबाव देने से कन्नी काट गए आरबीआई गवर्नर
नई दिल्ली । नोटबंदी पर संसद की लोकलेखा समिति के समक्ष रिज़र्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल ने कई अहम् सवालो के जबाव नही दिए । वे नोटबंदी से जुड़े कई सवालो से कन्नी काटते रहे । उर्जित पटेल ने स्थाई समिति को बताया कि नोटबंदी के बाद से 9.2 लाख करोड़ रुपये के नए नोट बाजार में आए हैं।
टीएमसी सांसद और वित्त मामलों की स्थाई समिति के सदस्य सौगत राय ने बताया कि आरबीआई गवर्नर नहीं बता सके कि बैंकों में कितना पैसा वापस आया है। उन्होंने कहा कि वह यह भी नहीं बता सके कि कब तक हालात सामान्य हो जाएंगे। राय ने कहा कि स्थाई समिति के सामने भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारी बचाव की मुद्रा में थे।
पटेल ने स्थाई समिति को बताया कि नोटबंदी के बारे में बताया और उससे अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ा है। इतना ही नहीं सेंट्रल बैंक ने पैसों की कमी के चलते क्या कदम उठाए है इसके बारे में भी स्थाई समिति को जानकारी दी।
The RBI Governor was unable to tell us how much money has come back to the banks: Saugata Roy(TMC), member of standing committee on finance pic.twitter.com/Vil5d29rOD
— ANI (@ANI) January 18, 2017
आपको बता दें कि उर्जित पटेल संसदीय समिति के समक्ष नोटबंदी से संबंधित मुद्दों और अर्थव्यवस्था पर इसके असर की जानकारी देने थी। उर्जित पटेल के साथ स्टैंडिंग कमेटी की यह बैठक पार्लियामेंट एनेक्सी में थी।
आरबीआई गवर्नर ने नोटबंदी और अर्थवयवस्था पर इसके प्रभाव के बारे में आज संसद की समिति के सामने जानकारी देनी थी। इसके साथ ही पटेल संसदीय समिति को यह भी बताना था कि नकदी संकट से निपटने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता वाली स्थायी संसदीय समिति (वित्त) के सामने वित्त मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ इंडियन बैंक्स एसोसिएशन, एसबीआई, पीएनबी और ओबीसी के अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे।
RBI's autonomy is lost, it has now become a rubber stamp of the Government: Ghulam Nabi Azad,Congress pic.twitter.com/2w3aeG02Jm
— ANI (@ANI) January 18, 2017
वहीँ कांग्रेस नेता गुलामनबी आज़ाद ने रिज़र्व बैंक की स्वायता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि रिज़र्व बैंक केवल सरकार का रबड़ स्टाम्प बन कर रह गया है ।