संवैधानिक संस्थाओं को स्वतंत्र रूप से काम करने की आवश्यकता: मनमोहन सिंह
जयपुर। पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह ने इशारो इशारो में मोदी सरकार पर हमला बोला है। जयपुर के जेके लक्ष्मीपत विश्वविद्यालय में अपने सम्बोधन में डा मनमोहन सिंह ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हमें सिद्धांतवादी, जानकार और दूरदर्शी नेताओं की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि साथ ही संविधान में निहित मूल्यों की सुरक्षा के लिए राजनीतिक दलों की प्रतिबद्धता की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमें संसद और इसकी प्रणाली पर विश्वास करना होगा और संवैधानिक संस्थाओं के स्वतंत्र रूप से काम करने की आवश्यकता है। हमें संसद और उसकी प्रक्रियाओं, सरकार और राष्ट्रपतियों के नियमों की सर्वोच्चता का सम्मान करना होगा।
डा मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार की तरफ इशारा करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग और सीबीआई से बिना दबाव के काम करने की अपेक्षा की जाती है।
उन्होंने कहा कि संघीय ढांचे में सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग, भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक, सीबीआई और सतर्कता आयोग जैसी अन्य संस्थाओं को संविधान के मुताबिक स्वतंत्र रूप से कार्य करना चाहिए।
डा मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा समय-समय पर गठित विभिन्न आयोगों, सुप्रीम कोर्ट, भारत निर्वाचन आयोग, भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक, सीबीआई, सूचना आयोग और सतर्कता आयोग जैसी संघीय संस्थाओं से स्वतंत्र रूप से काम करने की उम्मीद की जाती है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वे ऐसा करें।