संघ नेता ने सुप्रीमकोर्ट के जजों को कोसा, कहा ‘तीन जजों के खिलाफ बढ़ रहा गुस्सा’

संघ नेता ने सुप्रीमकोर्ट के जजों को कोसा, कहा ‘तीन जजों के खिलाफ बढ़ रहा गुस्सा’

नई दिल्ली। अयोध्या मामले में कोर्ट के फैसले में हो रही देरी पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के नेता इंद्रेश कुमार ने सुप्रीमकोर्ट के तीन जजों की बेंच पर निशाना साधा।

इंद्रेश कुमार ने कहा कि ”सरकार अगर राम मंदिर पर अध्यादेश ले आती है और कोई सिरफिरा उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगा, तो आज का चीफ जस्टिस उसे स्टे भी कर सकता है।”

इंद्रेश कुमार ने मोदी सरकार का बचाव करते हुए कहा है कि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद पर सरकार अध्यादेश लाने पर विचार कर रही है लेकिन आचार संहिता की वजह से खामोश है।

इंद्रेश कुमार ने दावा किया कि ‘दो-तीन जजों’ के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि सभी लोग न्यायधीश की ओर देख रहे हैं। उन्हें अभी भी भरोसा है लेकिन न्यायपालिका, न्यायधीश और न्याय का दो तीन जजों की वजह से अपनाम हुआ। इसे बहुत पहले सुना जाना चाहिए था। अगर वे न्याय देने के लिए तैयार नहीं हैं तो उन्हें सोचना चाहिए कि वो जज बने रहना चाहते हैं या इस्तीफा देना चाहते हैं।”

उन्होंने कहा कि “मैंने किसी का नाम नहीं लिया है क्योंकि 125 करोड़ भारतीय उनका नाम जानते हैं। तीन जजों की बेंच…उन्होंने देरी की, उन्होंने इनकार किया, उन्होंने असम्मान किया।”

संघ नेता इंद्रेश यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि “क्या देश इतना कमजोर हो जाएगा कि ये ‘दो-तीन’ न्यायाधीशों को अपनी मान्यताओं, लोकतंत्र, संविधान और मौलिक अधिकारों का गला घोंटने देगा।”

पंजाब में एक सेमिनार में भाग लेने पहुंचे इंद्रेश कुमार ने कहा कि ”क्या हम और आप असहाय होकर देखते रहेंगे? क्यों और किसलिए? जो आतंकवाद को आधी रात में सुन सकते हैं, वो शांति को अपमान का उपहास कर दे? यहां तक ​​कि अंग्रेजों में न्यायिक प्रक्रिया पर ऐसे अत्याचारों को कायम रखने का साहस भी नहीं था।”

उन्होंने कहा कि हमने उस दिन भारतीय न्यायपालिका का कालादिन देखा जब जनता भरोसे का असम्मान करके न्याय में देरी और इनकार कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने यह नहीं किया, जजों ने यह नहीं किया, न्याय प्रणाली ने यह नहीं किया, लेकिन कुछ लोगों ने किया है।

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TeamDigital