शुक्रवार को होगी मोदी सरकार की अग्नि परीक्षा, सोनिया बोलीं ‘किसने कहा हमारे पास नंबर नहीं हैं’
नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष की ओर से नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ पेश किये गये अविश्वास प्रस्ताव पर 20 जुलाई को चर्चा और मत विभाजन होगा। इसी पर पूरे दिन चर्चा होगी और उसी दिन वोटिंग होगी।
सदस्यों की ओर से चर्चा के लिए कुछ और समय बढ़ाने की मांग पर स्पीकर ने कहा कि सात घंटे का समय चर्चा के लिये रखा गया है। इस दिन प्रश्नकाल नहीं चलेगा और गैर-सरकारी कामकाज नहीं होगा। सिर्फ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी।
हालांकि सदन में तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हम 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाते हैं और उसके आयोजन की वजह से 20 जुलाई को तृणमूल का एक भी सांसद सदन में नहीं रहेगा। इसलिए शुक्रवार की जगह चर्चा सोमवार को कराई जाए।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदस्य शुक्रवार को चर्चा में भाग लेकर भी लौट सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस विषय पर अभी चर्चा नहीं हो सकती। वह व्यवस्था दे चुकी हैं। मांग नहीं माने जाने पर तृणमूल के त्रिवेदी और सौगत राय ने सदन से वाकआउट किया।
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं, ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि विपक्ष के पास सांसदो की संख्या को देखते हुए अविश्वास प्रस्ताव का सदन में गिरना तय है।
जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की प्रमुख सोनिया गांधी से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया कि कौन कहता है कि हमारे पास नंबर नहीं हैं।
सोनिया के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अटलजी के कार्यकाल में भी कांग्रेस ने इसी तरह का अहंकार दिखाया था और जैसा उस समय हुआ था वैसा ही इस बार भी होगा। प्रधान ने कहा कि हम अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठवाले ने सोनिया के बयान पर कहा कि इस तरह के अतिविश्वास से कुछ होने वाला है। हम 20 जुलाई को बहुमत साबित कर देंगे और विपक्ष को अपनी ताकत दिखा देंगे।
जदयू के आरजी यादव ने कहा कि विपक्ष के पास सरकार गिराने लायक नंबर नहीं है पर ऐसे कहने वाले लोग हैं जो दूसरों को बताया सकें कि सरकार ने देश को कैसे मूर्ख बनाया है। उन्होंने कहा कि जब सरकार गिराने लायक नंबर नहीं है तो मकसद क्यों सरकार गिराने का है। विश्वास ये हैं कि जनता के मन में अविश्वास पैदा कर दें।