शिष्या के साथ रेप के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद से केस हटाएगी योगी सरकार
लखनऊ। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर अपनी ही शिष्या साध्वी चिदर्पिता से रेप का आरोप है। इस मामले में वर्ष 2011 में स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म करने और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया था।
वर्ष 2011 में अपनी शिष्या से रेप और जान से मारने की धमकी का आरोप लगने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए स्वामी चिन्मयानंद ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर स्टे दिया था। तब से केस लंबित चला आ रहा है।
अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार स्वामी चिन्मयानंद पर लगे बलात्कार के मामले को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर रही है। जनसत्ता की खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से चिन्मयानंद के खिलाफ लंबित मामलो को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।
खबर के अनुसार पीड़िता साध्वी चिदर्पिता गौतम के पति बीपी गौतम ने उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले को अन्याय बताया है। उन्होंने कहा कि यह एक महिला से जुड़ा मामला है जो वर्षो से न्याय की आस लगाए बैठी है।
पीड़ित साध्वी के पिता के पिता ने अख़बार को बताया कि उन्होंने केस वापसी के खिलाफ राज्यपाल से लेकर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश तक को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।