शर्मनाक : राष्ट्रगान के लिए व्हील चेयर से खड़ा नही हो सका तो कर दी पिटाई

पणजी । कथित राष्ट्रवाद इंसानियत को किस हद तक कुचल रहा है इसका एक बड़ा नमूना पणजी में देखने को मिला, जब गोवा में एक थियेटर कार्यक्रम में भाग ले रहे 45 साल के कवि, विकलांगता कार्यकर्ता और लेखक सलिल चतुर्वेदी को राष्ट्रगान के दौरान खड़ा न होने के लिए कथित तौर पर लोगों ने पीट दिया ।

दिव्यांगता की वजह से व्‍हील चेयर के सहारे रहने वाले सलिल एक थिएटर में राष्‍ट्रगान के दौरान खड़े नहीं हुए तो एक कपल ने उनके साथ बदसलुकी की और हाथ भी उठाया दिया।

सलिल पणजी के एक मल्‍टीप्‍लेक्‍स में रजनीकांत की फ‍िल्‍म ‘कबाली’ देखने पहुंचे। फ‍िल्‍म के शुरू होने से पहले राष्‍ट्रगान बजा तो रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण व विकलांगता की वजह से वे खड़े नहीं हो पाए लेकिन वहां मौजूद एक कपल राष्‍ट्रगान गाने लगा लेकिन उन्‍हें इस बात का गुस्‍सा आ गया कि वह क्‍यों नहीं खड़े हुए। इस बात पर उस शख्‍स ने सलिल को धक्‍का दिया और पत्‍नी चिल्‍लाकर कहने लगी ‘ ये आदमी उठ क्‍यों नहीं सकता है।’

सलिल शांतिप्रिय व्‍यक्तियों में से एक हैं। वे खुद एक सैन्‍य अधिकारी के बेटे हैं। उन पर जब हाथ उठाया गया तो उन्‍होंने बहुत ही शांत तरीके से पूछा ‘आप लोग आराम से क्‍यों नहीं बैठते हैं? आप किसी की कहानी नहीं जानते हैं। आपको कभी पता भी नहीं चलेगा।’ लेकिन यह जोड़ा उन पर चिल्‍लाया लेकिन बाद में गलती का एहसास हुआ और पुलिस केस का डर लगा तो वे वहां से बाहर आ गए।

अपनी पिटाई होने से आहत सलिल कहते हैं कि मैं खुद नहीं समझ पता हूं कि देशभक्ति जताने के लिए लोग गैर आक्रामक तरीका नहीं अपना सकते हैं? राष्ट्रीय गान बजने के बाद भी अगर मैं खड़ा हो सका तो नहीं होऊंगा क्योकिं ऐसा करने के लिए मजबूर किया जाएगा। मेरे पिता एक वायु सेना के एक अनुभवी व्यक्ति है। मैंने ऑस्ट्रेलियाई ओपन में व्हीलचेयर टेनिस में देश का प्रतिनिधित्व किया है। मेरे जीवन को देखो, कौन होते हो आप लोग ये न्याय करने वाले कि मुझे भारत से कितना प्यार है?’

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TeamDigital