शरद यादव बोले ‘मेरे जदयू छोड़ने का सवाल ही नहीं, मैं इसका संस्थापक हूँ’
नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड अब पूरी तरह दो फाड् हो चुकी है। कल नीतीश कुमार द्वारा जनता दल यूनाइटेड से शरद यादव समर्थक 21 लोगों को पार्टी से निकालने जाने के बाद शरद यादव ने कहा कि उनके जनता दल यूनाइटेड छोड़ने का सवाल ही नहीं उठता क्यों कि वे इसके संस्थापक है।’
शरद यादव का इशारा था कि जनता दल यूनाइटेड तो नीतीश कुमार को छोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि वह उन लोगों में से एक थे जिन्होंने पार्टी की स्थापना की थी, और वह दबाव में आकर पार्टी नहीं छोड़ेंगे।
शरद यादव ने कहा कि “राज्य के लोगों ने महागठबंधन को समर्थन करते हुए वोट दिया था। लोग गठबंधन टूटने से दुखी हैं। मैं पार्टी नहीं छोड़ूगा। मैं जदयू का संस्थापक हूं।”
इससे पहले बिहार जदयू के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने आज विधायक रमई राम और पूर्व एमपी अर्जुन राय समेत 21 नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर पार्टी से निलंबति कर दिया।
वहीं जदयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने आज संवाददाता सम्मेलन कर पार्टी में विभाजन होने के दावों को आज सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि शरद यादव की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
त्यागी ने कहा, “शरद यादव ने स्वेच्छा से पार्टी को त्याग दिया है। शरद जदयू के सीनियर नेता रहे हैं। उनकी ओर से जैसे संकेत मिल रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि उन्होंने पार्टी को त्याग दिया है। जदयू से उनके निकाले जाने पर कोई बात नहीं हुई।
त्यागी ने आगे कहा कि शरद यादव अब भी पार्टी में लौट सकते हैं लेकिन अगर वह 27 अगस्त को राजद प्रमुख लालू प्रसाद की रैली में गए तो उसके लिए यह ‘‘बेकार’’ होगा। हालांकि, यादव के प्रति थोड़ा सुर नरम करते हुए कहा कि उन्होंने समाजवाद के लिए काफी ‘कुर्बानी’ दी है और अगर वह वापस आते हैं तो बड़े भाई की तरह उनका सम्मान होगा।