शरद यादव ने ठुकराया जेटली का ऑफर, राष्ट्रीय पार्टियों के नेताओं से बातचीत के बाद लेंगे फैसला
नई दिल्ली। बिहार में नाटकीय ढंग से नीतीश कुमार का इस्तीफा और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद आज पूरे दिन चली उठापटक के बीच असन्तुष्टो का कहना है कि वे नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने से खुश नहीं हैं।
आज जदयू के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा सांसद शरद यादव के आवास पर पहुंचे असंतुष्ट सांसदों के बीच हुई बैठक में शरद यादव ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे इस मामले में राष्ट्रीय पार्टी के नेताओं से विचार विमर्श कर रहे हैं और अगले एक दो दिन में अंतिम फैसला ले लेंगे।
इस बीच खबर है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पीएम मोदी के दूत के तौर पर शरद यादव को मनाने की कोशिश की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जेटली ने शरद यादव को केंद्र सरकार में मंत्रिपद स्वीकार करने के लिए भी कहा जिसे शरद यादव ने अस्वीकार कर दिया।
शरद यादव के यहाँ आज हुई बैठक के बाद जदयू नेता अरूण कुमार ने कहा कि शरद जी मामले को लेकर गंभीर हैं। 1-2 दिन में वे राष्ट्रीय पार्टियों के नेताओं से बात करेंगे। वहीं जदयू नेता अली अनवर ने कहा हम लोगों और शरद जी को खुद नहीं मालूम था कि एक रात में इतना कुछ हो जाएगा। हम चकित हैं।
Sharad ji is concerned over Nitish Kumar's decision.In 1-2 days Sharad ji will talk to senior leaders of all national parties-Arun Kumar,JDU pic.twitter.com/B479rGbL9P
— ANI (@ANI) July 27, 2017
गौरतलब है कि जदयू की तरफ से शरद यादव विपक्ष की एकजुटता में लगे थे और नीतीश कुमार ने उन्हें भरोसे में लिए बगैर ही महागठबंधन से नाता तोड़ एनडीए में शामिल हो गए। नीतीश के इस कदम से वह काफी आहत बताए जा रहे हैं। इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष की शरद यादव से राहुल गांधी की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।
वहीँ यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि शरद यादव समर्थक विधायक कल नीतीश कुमार के फ्लोर टेस्ट के दौरान विधानसभा में हाज़िर न रहें अथवा वे नीतीश सरकार के खिलफ वोट करें। बताया जाता है कि करीब 20 विधायक राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के सम्पर्क में हैं इनमे तीन मुस्लिम विधायक और 15 यादव विधायक शामिल हैं। ये सभी विधायक शरद यादव से भी कहीं न कहीं जुड़े हुए बताये जाते हैं।