व्हाट्सएप जासूसी: कांग्रेस नेताओं के नेतृत्व वाली दो संसदीय समिति करेंगी जांच

व्हाट्सएप जासूसी: कांग्रेस नेताओं के नेतृत्व वाली दो संसदीय समिति करेंगी जांच

नई दिल्ली। व्हाट्सएप जासूसी काण्ड में कांग्रेस नेताओं की अगुवाई वाली दो संसदीय जांच समितियों ने पूरे प्रकरण की जांच करने का फैसला किया है। इस मामले की जांच के लिए संसदीय समितियां व्हाट्सएप के उच्चाधिकारियों को भी तलब करेंगी।

व्हाट्सएप जासूसी प्रकरण की जाँच संसद की जो दो स्थाई समितियां करेंगी उनमे गृह मंत्रालय के मामलो की स्थाई संसदीय समिति और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मामलो की संसदीय स्थाई समिति शामिल हैं।

इनमे गृह मंत्रालय के मामलो की स्थाई संसदीय समिति के अध्यक्ष कांग्रेस नेता आनंद शर्मा वहीँ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मामलो की संसदीय स्थाई समिति के अध्यक्ष कांग्रेस नेता शशि थरूर हैं।

गृह मंत्रालय के मामलों की स्थाई संसदीय समिति की अध्यक्षता करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने व्हाट्सऐप हैकिंग मामले को चिंताजनक करार देते हुए कहा कि समिति की 15 नवंबर को होने वाली अगली बैठक में इस मामले पर विचार किया जाएगा।

आनंद शर्मा ने कहा कि गृह सचिव को समिति की अगली बैठक में जम्मू कश्मीर के स्थिति की जानकारी देनी है। इस बैठक में हम इस मसले पर भी बात करेंगे। हम सचिव से जानकारी मांगेंगे।

वहीँ दूसरी तरफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी पर संसदीय स्थाई समिति के प्रमुख शशि थरूर ने कहा कि सायबर सिक्योरिटी अहम मामला है। समिति सरकार से स्पष्टीकरण मांगेगी। उन्होंने कहा कि हमें किसी भी कीमत पर चीन की तरह निगरानी करने वाला देश नहीं बनना चाहिए।

थरूर ने कहा कि सायबर सिक्योरिटी हमारे एजेंडा में महत्वपूर्ण मसला है। व्हाट्सऐप की तरह किसी भी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल नहीं हो सकता है। हम जानकारी मांगेंगे कि सरकार इसे रोकने के लिए निश्चित तौर पर क्या कर सकती है।

गौरतलब है कि व्हाट्सएप जासूसी प्रकरण के खुलासे के बाद अब इस मामले की परतें खुलना शुरू हो गयी हैं। व्हाट्सऐप ने कहा है कि उसने इजरायली स्पाईवेयर पीगासस द्वारा 121 भारतीय यूजर्स की जासूसी वाली जानकारी भारत सरकार को सितंबर में दी थी। वहीँ व्हाट्सएप ने प्रियंका गांधी को उनके फोन की भी हैकिंग की आशंका के बारे में अलर्ट किया है।

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TeamDigital