वृंदा करात बोलीं ‘सरकार के सदस्य रेपिस्ट को बचा रहे हैं, ‘रेपिस्ट रक्षकों’ के लिए भी हो सजा’
नई दिल्ली। बच्चियों से रेप के दोषियों को मौत की सजा देने पर सीपीएम नेता वृंदा करात ने कहा, ‘सैद्धांतिक रूप से मैं मौत की सजा के खिलाफ हूं। मौत की सजा का प्रावधान तो पहले से ही ‘रेयरिस्ट ऑफ दे रेयर’ मामलों में है। असल में मुद्दा है कि सरकार के कुछ सदस्य रेपिस्ट को बचा रहे हैं और उन रेपिस्ट रक्षकों के खिलाफ सजा का प्रावधान किया जाना चाहिए।’
सीपीएम नेता और राज्यसभा सांसद वृंदा करात ने कहा कि मुद्दे को भटकाने के लिए सरकार इस अध्यादेश को लाने की कोशिश कर रही है। इसकी विश्वसनीयता को लेकर मुझे शक है। हम निश्चित सजा चाहते हैं। ये मुद्दा उन मुद्दों की बात नहीं कर रहा जो भारतीयों के दिमाग को उत्तेजित कर रहा है।
गौरतलब है कि देश में नाबालिगों के साथ बढ़ती अपराध की घटनाओं के तहत शनिवार को केंद्रीय कैबिनेट ने प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेसेंस एक्ट (पॉक्सो) में संसोधन को मंजूरी दी गई तथा कानून में सख्त कदम उठाए जाने पर बल दिया गया।
खासतौर पर 16 साल से कम उम्र की लड़कियों के साथ रेप के दोषी को सजा बढ़ाने का प्रावधान किया गया और 12 साल तक बच्चियों के दोषी को अधिकतम मौत की सजा देने का फैसला लिया गया। इस सजा में संसोधन के लिए अध्यादेश लाए जाने की मंजूरी दी गई।