विहिप, बजरंगदल चला रहे भर्ती अभियान, क्या 1992 को दोहराने की है साजिश ?
लखनऊ। राम मंदिर निर्माण के नाम पर विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने अपने मिशन में युवाओं को जोड़ने के लिए भर्ती अभियान शुरू किया है। इस भर्ती अभियान के माध्यम से 25 हज़ार त्रिशूल दीक्षाधारी युवाओं को मंदिर निर्माण के लिए तैयार किया जाएगा।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक करीब 25 हज़ार युवाओं को राम मंदिर निर्माण के लिए कूँच करने को तैयार किया जाएगा। इस मिशन में अब तक दस हज़ार युवाओं की भर्ती हो चुकी है।
विहिप के अवध प्रांत के संगठन मंत्री भोलंदु ने शनिवार को मीडिया को बताया कि त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम 18 दिसंबर तक चलेगा। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण पर विहिप कोई समझौता नहीं करने वाली। मंदिर को लेकर संत जैसा आदेश देंगे उसके अनुसार विहिप आगे काम करेगी।
विहिप संगठन मंत्री ने कहा कि प्रांत में अब तक बजरंग दल के 10 हजार नए कार्यकर्ताओं की दीक्षा का काम पूरा हो चुका है। शेष प्रांतों में भी दीक्षा के कार्यक्रम चल रहे हैं। ये कार्यकर्ता मंदिर निर्माण के लिए हर वक्त अयोध्या कूच को तैयार रहेंगे।
उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल समय समय पर त्रिशूल दीक्षा के कार्यक्रम आयोजित करता रहता है। इसमें शस्त्रों का प्रशिक्षण दिया जाता है।
भोलंदु ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए संकल्प और प्रतिज्ञा कराने के लिए 100 स्थानों पर कार्यक्रम तय किए गए हैं। यह कार्यक्रम गीता जयंती 18 दिसंबर तक होंगे। हर जिले में संकल्प और त्रिशूल दीक्षा के कार्यक्रम चल रहे हैं।
गौरतलब है कि अयोध्या विवाद से जुडी भूमि के मालिकाना हक़ का मामला सुप्रीमकोर्ट में विचाराधीन है। इस पर आगे की सुनवाई जनवरी 2019 में शुरू होनी है। कोर्ट से फैसला होने में हो रही देरी पर हाल ही में विश्व हिन्दू परिषद और आरएसएस ने मोदी सरकार से शीतकालीन सत्र में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में अध्यादेश लाने की मांग भी की है।