विवादों में फंसा पीएम मोदी का भाषण, चुनाव आयोग ने मांगी भाषण की कॉपी
नई दिल्ली। मिशन शक्ति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम संबोधन पर विपक्ष द्वारा सवाल उठाये जाने के बाद अब यह मामला तूल पकड़ गया है। विपक्ष का आरोप है कि ए-सैट लॉन्च की सफलता पर प्रधानमंत्री का संबोधन लोकसभा चुनाव 2019 की आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
वहीँ आचार संहिता उल्लंघन के आरोपों पर आयोग ने अधिकारियों की कमेटी को तुरंत मामले की जांच रिपोर्ट देने को कहा है। इस संबंध में संबोधन की ट्रांसस्क्रिप्ट मांगी गई है।
पीएम मोदी के राष्ट्र के नाम इस संदेश को लेकर कांग्रेस, बसपा, वाम दल समेत विपक्ष के तमाम नेताओं ने आरोप लगाए। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर पीएम के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी।
येचुरी ने कहा निसंदेह यह बड़ी उपलब्धि है लेकिन अब तक इस तरह के मिशन को आम तौर पर डीआरडीओ जैसे संबंधित वैज्ञानिकों द्वारा राष्ट्र और दुनिया के लिए घोषित किया जाना चाहिए। इसके बजाय भारतीय प्रधानमंत्री ने इसकी घोषणा की है वह भी लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव अभियान के दौरान । वह भी तब जहां प्रधानमंत्री खुद उम्मीदवार हैं। यह साफतौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
माकपा महासचिव ने मुख्य चुनाव आयुक्त से जानना चाहा कि क्या पीएम ने इसकी पूर्व सूचना दी थी। उन्होंने लिखा है, पूरा देश जानना चाहता है कि वैज्ञानिकों की उपलब्धि को राजनीतिक रंग देने की कोशिश क्यों की गई। यह चुनावों के लिहाज से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
वहीँ जानकारों का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा जनसंचार माध्यमों का इस्तेमाल अनावश्यक है। जानकारों की माने तो वैज्ञानिको की उपलब्धि को वैज्ञानिको द्वारा ही मीडिया के समक्ष रखा जाना चाहिए था। आचार संहिता का ज्ञान होने के बाद पीएम को जन संचार माध्यमों से भाषण नहीं देना चाहिए था।