विदेशो से कालाधन वापस आने की वजाय एक साल में स्विस बैंक में बढ़ी भारतीयों की ब्लेकमनी

विदेशो से कालाधन वापस आने की वजाय एक साल में स्विस बैंक में बढ़ी भारतीयों की ब्लेकमनी

नई दिल्ली। 2014 के आम चुनावो में बीजेपी का एक बड़ा वादा विदेशो से कालधन वापस लाने का भी था। इस वादे को स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान कई मंचो से दोहराया था। इतना ही नहीं एक चुनावी सभा में पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि यदि विदेशो से कालाधन वापस आगया तो यूँ ही प्रत्येक देशवासी के हिस्से में पंद्रह पंद्रह लाख आ सकते हैं।

हालाँकि चुनावो के बाद बीजेपी के सत्ता में आने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पीएम मोदी के पंद्रह लाख वाले बयान को चुनावी जुमला करार देते हुए कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान कई बातें कह दी जाती हैं। पीएम मोदी के पंद्रह लाख रुपये के बयान को विपक्ष आज तक पकडे बैठा है और समय समय पर विपक्ष पीएम के बयान को लेकर बीजेपी पर हमला करता रहता है।

फिलहाल काले धन को लेकर एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि स्विस बैंक में भारतीय लोगों की ब्लेकमनी तेजी से बढ़ रही है और सिर्फ पिछले वर्ष इसमें करीब 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।

एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीयों का स्विस बैंकों में जमा धन चार साल में पहली बार बढ़कर पिछले साल एक अरब स्विस फैंक (7,000 करोड़ रुपये) के दायरे में पहुंच गया, जो एक साल पहले की तुलना में 50 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है।

रिपोर्ट में स्विट्जर लैंड के केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा गया है कि भारतीयों द्वारा स्विस बैंक खातों में रखा गया धन 2017 में 50 फीसदी से अधिक बढ़कर 7000 करोड़ रुपये (1.01 अरब फ्रेंक) हो गया। इससे पहले तीन साल यहां के बैंकों में भारतीयों के जमा धन में लगातार गिरावट आयी थी।

रिपोर्ट में सवाल उठाया गया है कि जब भारत सरकार विदेशों में कालाधन रखने वालों के खिलाफ अभियान चलाए हुए है तब स्विस बैंक में काला धन कैसे बढ़ रहा है। स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) के सालाना आंकड़ों के अनुसार, स्विस बैंक खातों में जमा भारतीय धन 2016 में 45 फीसदी घटकर 67.6 करोड़ फ्रेंक ( लगभग 4500 करोड़ रुपये) रह गया। यह राशि 1987 से इस आंकड़े के प्रकाशन की शुरुआत के बाद से सबसे कम थी।

रिपोर्ट के अनुसार एसएनबी के आंकड़ों के अनुसार, भारतीयों द्वारा स्विस बैंक खातों में सीधे तौर पर रखा गया धन 2017 में लगभग 6891 करोड़ रुपये (99.9 करोड़ फ्रेंक) हो गया। वहीं, प्रतिनिधियों या धन प्रबंधकों के जरिये रखा गया धन इस दौरान 112 करोड़ रुपये (1.62 करोड़ फ्रेंक) रहा।

ताजा आंकड़ों के अनुसार, स्विस बैंक खातों में जमा भारतीयों के धन में ग्राहक जमाओं के रूप में 3200 करोड़ रुपये, अन्य बैंको के जरिये 1050 करोड़ रुपये शामिल है। इन सभी मदों में भारतीयों के धन में आलोच्य साल में बढ़ोतरी हुई।

स्विस बैंक खातों में रखे भारतीयों के धन में 2011 में इसमें 12 फीसदी, 2013 में 43 फीसदी और 2017 में इसमें 50.2 फीसदी की वृद्धि हुई। इससे पहले 2004 में यह धन 56 फीसदी बढ़ा था।

एसएनबी के ये आंकड़े ऐसे समय में जारी किये गये हैं, जब कुछ महीने पहले ही भारत और स्विटजरलैंड के बीच सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान की एक नयी व्यवस्था लागू की गयी है। इस व्यवस्था का उद्देश्य कालेधन की समस्या से निजात पाना है।

इस बीच, स्विटजरलैंड के बैंकों का मुनाफा 2017 में 25 फीसदी बढ़कर 9.8 अरब फ्रेंक हो गया। हालांकि, इस दौरान इन बैंकों के विदेशी ग्राहकों की जमाओं में गिरावट आयी है। इससे पहले 2016 में यह मुनाफा घटकर लगभग आधा 7.9 अरब फ्रेंक रह गया था।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital