वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ेंगी प्रियंका गांधी, ये है अहम वजह
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाराणसी से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगी। दस जनपथ के करीबी सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी के कंधो पर अपनी मां सोनिया गांधी की संसदीय सीट राय बरेली और भाई राहुल गांधी की संसदीय सीट अमेठी के चुनाव प्रवंधन का भार है। इसलिए प्रियंका के ऊपर कोई अतरिक्त भार नहीं दिया जाएगा।
सूत्रों की माने तो प्रियंका गांधी चूँकि पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी भी हैं इसलिए उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश की कई लोकसभा सीटों पर भी चुनावी कामकाज देखना है। साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों में वे कांग्रेस के लिए रोड शो और सभाएं भी कर रही हैं।
सूत्रों ने कहा कि ऐसे हालातो में प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी बल्कि वे पार्टी को जिताने में अहम भूमिका अदा करेंगी। हालाँकि सूत्रों ने इस बात से इंकार नहीं किये कि यदि राहुल अमेठी और वायनाड दोनों सीटों से चुनाव जीतने की दशा में अमेठी लोकसभा सीट छोड़ते हैं तो उपचुनाव में प्रियंका गांधी अमेठी से उम्मीदवार हो सकती हैं।
सूत्रों ने कहा कि अभी हाल ही में प्रियंका गांधी के राजनैतिक कैरियर की शुरुआत हुई है और पार्टी इस बात का रिस्क नहीं लेना चाहती कि प्रियंका गांधी को पहला चुनाव ही कड़ी टक्कर वाली सीट से लड़ाया जाए।
सूत्रों ने कहा कि इस बार हो रहे आम चुनाव में प्रियंका गांधी की भूमिका बेहद नपी तुली है लेकिन भविष्य में प्रियंका गांधी को और कई अहम ज़िम्मेदारियाँ मिल सकती हैं। सूत्रों की माने तो प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी से तैयारियों में जुटी हैं। लोकसभा चुनाव के साथ साथ वे विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर काम कर रही हैं।