वामपंथी विचारको की गिरफ्तारी पर सियासी घमासान: थोड़ी देर में सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
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नई दिल्ली। वामपंथी विचारकों के यहाँ पुलिस की छापेमारी और गिरफ्तारी के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है। वामपंथी विचारको की गिरफ्तारी की जहाँ वाम दलों और कांग्रेस ने निंदा की है वहीँ मशहूर लेखक अरुंधति राय ने इसे इमरजेंसी की आहट बताया है।
वामपंथी विचारको की गिरफ्तारी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि भारत में केवल एक एनजीओ के लिए जगह है, जिसका नाम आरएसएस है। बाकी सारे एनजीओ को ताला लगा दो। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि सारे एक्टिविस्टों को जेल में डाल दो और जो इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं उन्हें गोली मार दो. नए भारत में आपका स्वागत है।
वामपंथी विचारको की गिरफ्तारी पर सीपीएम ने एक बयान जारी कर कहा कि महाराष्ट्र पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां दलित कार्यकर्ता और वकीलों को भीमा कोरेगांव मामले में दलितों का केस लड़ने की वजह से निशाना बना रहीं हैं। सीपीएम ने गौतम नवलखा, वरवरा राव, सुधा भारद्वाज सरीखे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की निंदा की है।
पुलिस ने दिल्ली में दलित एक्टिविस्ट गौतम नौलखा, फरीदाबाद में सामाजिक कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज, हैदराबाद से दलित चिंतक वरवरा राव, ठाणे से एडवोकेट अरुण परेरा और मुंबई से वर्णन गोंसाल्विस को गिरफ़्तार किया। कहा जा रहा है कि पुलिस ने ये बड़ा एक्शन उस कथित चिट्ठी के पकड़ में आने के बाद लिया जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचे जाने का खुलासा हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस साल जून में माओवादियों की एक चिट्ठी सामने आई थी, जिसमें राजीव गांधी की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने का खुलासा हुआ था।
18 अप्रैल को रोणा जैकब द्वारा कॉमरेड प्रकाश को लिखी गई चिट्ठी में कहा गया कि हिंदू फासिस्म को हराना अब काफी जरूरी हो गया है। मोदी की अगुवाई में हिंदू फासिस्ट काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, ऐसे में इन्हें रोकना जरूरी हो गया है।
इसमें लिखा गया था कि “मोदी की अगुवाई में बीजेपी बिहार और बंगाल को छोड़ करीब 15 से ज्यादा राज्यों में सत्ता में आ चुकी है। अगर इसी तरह ये रफ्तार आगे बढ़ती रही, तो माओवादी पार्टी को खतरा हो सकता है। इसलिए वह सोच रहे हैं कि एक और राजीव गांधी हत्याकांड की तरह घटना की जाए।”
यह चिट्ठी किसने लिखी और क्यों लिखी यह अभी जांच का विषय है लेकिन पुलिस का दावा है कि यह चिट्ठी रोणा जैकब द्वारा कॉमरेड प्रकाश को लिखी गई थी।
सुप्रीमकोर्ट में आज होगी सुनवाई:
दिल्ली हाइकोर्ट गौतम नौलखा के मामले की आज दोपहर सवा दो बजे सुनवाई करेगा। पुलिस ने इस मामले की सुनवाई से पूर्व डाक्यूमेंट का मराठी से अंग्रेजी में ट्रांसलेशन के लिए अधिक समय मांगा था। कोर्ट ने 12 बजे तक पुलिस के वकील को डाक्यूमेंट फाइल करने का आदेश दिया है।
भीमा कोरेगांव मामले में रोमिला थापर, प्रभात पटनायक, सतीश देशपांडे, माया दर्नाल व एक अन्य व्यक्ति ने सुप्रीम कोर्ट में सुधा भारद्वाज व गौतम नौलखा की गिरफ्तारी के खिलाफ अपील की है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले की आज दिन में 3.45 बजे सुनवाई करेगा।