लोकसभा उपचुनाव में 10वीं हार से कराह उठी बीजेपी, संसद में 282 से घटकर 272 हुई संख्या

लोकसभा उपचुनाव में 10वीं हार से कराह उठी बीजेपी, संसद में 282 से घटकर 272 हुई संख्या

नई दिल्ली। 2014 के लोकसभा चुनावो में करिश्माई तरीके से बहुमत दर्ज करने वाली बीजेपी की राजनीती अब यूटर्न लेती नज़र आ रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से अभी तक 30 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। भाजपा लगातार अपनी जीती हुई सीटों में से एक-एक कर सीटें गंवाती जा रही है।

2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में 282 सीटें जीतने वाली बीजेपी की हैसियत अब इतनी ही बची है कि वह उपचुनावों में लगातार हार रही है और उसका वोट निरंतर कम हो रहा है।

लेकिन 2014 के बाद से 30 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुए हैं जिनमें से 16 सीटें भाजपा के खाते में थीं लेकिन अब इनमें से सिर्फ 6 सीटें ही भाजपा बरकरार रख सकी है। यानी पार्टी को 10 सीटों का नुकसान हुआ है। नतीजतन लोकसभा में भाजपा की सीटों का आंकड़ा 282 से घटकर 272 ही रह गया है।

इससे पहले भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में लोकसभा की तीन महत्वपूर्ण सीटें गंवा चुकी है। इनमे योगी आदित्यनाथ का संसदीय क्षेत्र रही गोरखपुर,उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की संसदीय सीट फतेहपुर और बीजेपी के दिवंगत पूर्व सांसद हुकुम सिंह के संसदीय क्षेत्र वाली सीट कैराना शामिल है।

इतना ही नहीं 2014 में बीजेपी द्वारा जीती गयीं राजस्थान की अजमेर और अलवर लोकसभा सीटें भी उपचुनाव में कांग्रेस ने उससे छीन ली हैं। कई राज्यों में हुए विधानसभा उपचुनावों में भी बीजेपी को बड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा है।

वहीँ आज आये कर्नाटक की तीन लोकसभा सीट और दो विधानसभा सीटों के परिणामो से बीजेपी कराह उठी है। 2014 में बेल्लारी सीट जीतने वाली बीजेपी को यहाँ बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। कुल पांच सीटों के लिए हुए उपचुनाव में से बीजेपी मात्र एक सीट ही जीत सकी है।

अब सभी की निगाहें पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावो पर टिकी हैं। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी पिछले पंद्रह वर्षो से कब्ज़ा जमाये बैठी है लेकिन इस बार उसे सरकार विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है। वहीँ राजस्थान में बीजेपी की हालत और भी ख़राब बताई जाती है।

पांच राज्यों के विधानसभा चुनावो को 2019 का सेमीफाइनल कहा जा रहा है और यदि चुनाव विश्लषको की बात को सही माने तो मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में यदि बीजेपी की पराजय हुई तो निश्चित रूप से उसे बहुत बड़ा झटका लगेगा।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital