लापता विमान एएन-32 का अभी तक कोई सुराग नही
नई दिल्ली । रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि वायुसेना के लापता हुए विमान एएन-32 का कुछ पता नहीं चल सका है। तलाशी अभियान अभी जारी है, लेकिन अभी तक इस बारे में कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला है।
पर्रिकर ने लोकसभा में बयान दिया कि विमान का पता लगाने के लिए नौसेना, तटरक्षक बल और वायुसेना संयुक्त अभियान चला रही है। टोही विमानों, जल पोतों और पनडुब्बी की मदद ली जा रही है। इस अभियान के तहत अब तक 401 घंटे में 99 उड़ान भरी जा चुकी हैं। नौसेना के पांच हेलीकॉप्टरों, एक एएन-32 विमान, दो सी-130 विमानों और वायु सेना के दो एमआई 17 हेलीकॉप्टरों को भी लगाया गया है।
उपग्रह का भी इस्तेमाल
पर्रिकर ने बताया कि विमान का पता लगाने के लिए कोर्टोसेट उपग्रह का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सभी स्रेतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर तेल चिकनाहट वाले तीन क्षेत्रों, पांच संवाद श्रवणों तथा 22 तैरती हुई वस्तुओं की जांच की गई है। लेकिन इन सभी से लापता विामन के बारे में ठोस साक्ष्य नही मिला है। बता दें कि यह विमान 22 जुलाई को पोर्ट ब्लयेर जाते समय लापता हो गया था।
बीजद ने उठाया मुद्दा
लोकसभा में बीजद के भर्तृहरि महताब ने वायुसेना के लापता विमान का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, सात दिन से विमान लापता है जिस पर चालक दल समेत 29 लोग सवार थे। इस विमान का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है और इस विमान पर सवार लोगों के परिवार वाले परेशान हैं। कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी इस विषय को उठाया।