रोहिंग्या मुस्लिमों को जम्मू से बाहर न निकालने पर हत्या की धमकी
अनंतनाग। फिक्की (भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ) से जुड़े एक दक्षिणपंथी व्यापारिक संगठन ने धमकी दी है कि यदि जल्दी ही रोहिंग्या मुस्लिमों को जम्मू-कश्मीर से बाहर नहीं किया गया तो वह उनकी हत्या करना शुरू कर देगा। इस संगठन ने आज रोहिंग्या मुसलमानो के खिलाफ एक प्रदर्शन का आयोजन किया था।
चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज नाम के से चलाये जा रहे इस संगठन को शक है कि राज्य में आकर बसे रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थी अपराधी हैं और ड्रग्स का धंधा भी करते हैं। संगठन के जम्मू अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को बंगलादेशी नागरिक और रोहिंग्या मुस्लिमों पर पब्लिक सेफ्टी ऐक्ट के तहत केस दर्ज करना चाहिए. साथ ही इन लोगों को एक महीने कें अंदर राज्य से बाहर भेज जाना चाहिए।
राकेश गुप्ता ने कहा कि महबूबा सरकार को धमकी देते हुए कहा कि अगर एक महीने में रोहिंग्या मुस्लिमों को जम्मू से बाहर नहीं भेजा गया तो संगठन के पास अपराधियों की पहचान कर उनकी हत्या का आंदोलन चलाने के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचेगा।
गौरतलब है कि म्यांमार सरकार ने 1982 में राष्ट्रीयता कानून बनाया था जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों का नागरिक दर्जा खत्म कर दिया गया था। जिसके बाद से ही म्यांमार सरकार रोहिंग्या मुसलमानों को देश छोड़ने के लिए मजबूर करती आ रही है।
म्यांमार में एक अनुमान के मुताबिक़ 10 लाख रोहिंग्या मुसलमान हैं। इन मुसलमानों के बारे में कहा जाता है कि वे मुख्य रूप से अवैध बांग्लादेशी प्रवासी हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार म्यामांर में जारी हिंसा के बाद से अब तक करीब 40,000 रोहिंग्या मुस्लिम भारत में आकर शरण ले चुके हैं।