राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा “नोटबंदी से गरीबो की परेशानियां बढ़ी हैं, आ सकती हैं अस्थाई मंदी’

नई दिल्ली। देश के राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी ने नोटबंदी को लेकर कहा है कि इससे गरीबो की परेशानी बढ़ी है तथा इससे अर्थव्यवस्था में अस्थाई मंदी आ सकती है । उन्होंने कहा कि इसके कारण होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए।

राष्ट्रपति भवन से वीडियो-कांफ्रेंसिंग के जरिए देश राज्यपालों और उपराज्यपालों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि कालेधन को समाप्त करने और भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए लागू नोटबंदी से अर्थव्यवस्था में अस्थाई मंदी आ सकती है। उन्होंने कहा कि हमें लंबे समय के विकास के लिए गरीबों को पेश आ रही परेशानियों को समाप्त करने के लिहाज से अतिरक्त सावधानी बरतनी होगी। उन्हें तुरंत मदद की जरूरत है।

राष्ट्रपति ने कहा कि इस साल सात राज्यों में चुनाव होंगे और पांच में चुनावों की तारीख घोषित हो चुकी हैं। निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनावों ने हमारे देश को दुनिया के सबसे अच्छे लोकतंत्रों में शामिल किया है। चुनावों में बयानबाजी और वोटबैंक की राजनीति के प्रति चेताते हुए मुखर्जी ने कहा कि हो-हंगामे वाली बहस समाज में विभाजन रेखा को और अधिक गहरा कर सकती है।

राष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न समुदायों के बीच सद्भाव बना रहना चाहिए। उन्होंने क़हा कि कई बार सद्भाव को खतरे में डालने की कोशिश की जाती है जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है उन्होंने कहा कि राज्यपाल और उपराज्यपाल अपने राज्य की जनता का सम्मान और आदर पाते हैं और वे समाज में तनाव कम करने में भूमिका निभा सकते हैं।

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TeamDigital