राष्ट्रपति के भाषण पर राज्य सभा में जेटली से भिड़े आनंद शर्मा
नई दिल्ली। मंगलवार को शपथग्रहण के बाद राष्ट्र्पति रामनाथ कोविंद द्वारा दिए गए भाषण में कई पूर्व प्रधानमंत्रियों और डा भीमराव आंबेडकर के नाम न होने का मामला अब सियासी रंग लेता जा रहा है।
बुधवार को राज्यसभा में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के भाषण का मुद्दा उठाया। आनंद शर्मा ने भाषण में दीनदयाल उपाध्याय की महात्मा गांधी से तुलना करने पर सवाल किया। उन्होंने भाषण में पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गांधी का नाम लेने का भी मुद्दा उठाया।
इसके बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि कोई मेंबर राष्ट्रपति के भाषण पर सवाल खड़ा कर सकता है। अरुण जेटली ने आनंद शर्मा के बयान को हटाने की मांग की है। वहीं जेटली ने कहा कि विपक्ष इस प्रकार के मुद्दे टीवी पर आने के लिए उठाता है। जिसपर विपक्ष ने काफी हंगामा किया।
क्या है मामला :
मंगलवार को संसद के सेंट्रल हॉल में अपने शपथ ग्रहण भाषण के दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. राधाकृष्णन, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और प्रणब मुखर्जी के अलावा बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर, सरदार पटेल, महात्मा गांधी और दीन दयाल उपाध्याय को याद किया था।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “हमें तेजी से विकसित होने वाली एक मजबूत अर्थव्यवस्था, एक शिक्षित, नैतिक और साझा समुदाय, समान मूल्यों वाले और समान अवसर देने वाले समाज का निर्माण करना होगा। एक ऐसा समाज जिसकी कल्पना महात्मा गांधी और दीनदयाल उपाध्याय जी ने की थी।” अपने भाषण में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का जिक्र तक नहीं करने से कोविंद कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं।