राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवादित स्थल से करीब 15 किमी दूर बनेगा रामायण संग्रहालय
नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामायण संग्रहालय स्थापित करने की मोदी सरकार की योजना को गति मिल गई है और इसके लिए विवादित राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद परिसर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर 25 एकड़ भूखंड की पहचान कर ली गई है।
एक राष्ट्रीय समाचार पत्र में सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि संग्रहालय के निर्माण के लिए प्रस्तावित स्थान का निरीक्षण करने के लिए 18 अक्तूबर को पर्यटन मंत्री महेश शर्मा के अयोध्या आने की संभावना है। यह संग्रहालय रामायण सर्किट का हिस्सा होगा। यात्रा के दौरान शर्मा के रामायण सर्किट एडवाइजरी बोर्ड के साथ एक बैठक करने की संभावना है।
बैठक में नेपाल और श्रीलंका में रामायण से संबंधित स्थलों को प्रस्तावित संग्रहालय के साथ जोड़ने पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, मंत्री संग्रहालय के निर्माण पर धार्मिक नेताओं के साथ मंत्री के एक बैठक आयोजित करने की संभावना है।
खबर के अनुसार इस संग्रहालय में भगवान राम की यात्रा को चित्रित किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि शर्मा, अयोध्या या चित्रकूट जिले में आयोजित होने वाले एक अंतरर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन के लिए योजनाओं पर भी विचार करेंगे। सम्मेलन में करीब 12 देशों के प्रतिनिधि शामिल होने की संभावना है।
हालांकि, भाजपा इस बात पर जोरी देती रही है कि अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनावों में राम मंदिर एक चुनावी मुद्दा नहीं होगा। प्रस्तावित रामायण संग्रहालय और संबंधित गतिविधियों को हिंदुत्व के समर्थकों को खुश करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।