रामनवमी के जुलुस को लेकर बीजेपी और ममता में ठनी
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य की जनता से अपील की है कि वे राम नवमी का जुलुस निकालना चाहते हैं तो अवश्य निकालें लेकिन साथ में कोई हथियार लेकर न आएं।
ममता की इस अपील पर बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि मैं गदा लेकर निकलूंगा कोई रोक सके तो रोक ले। वहीं बिहार के बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि धन्य हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और धन्य है बीजेपी, जिसने ममता बनर्जी से ब्राह्मण सम्मेलन करा दिया और रामनवमी पर वे रामरथ यात्रा निकाल रही हैं।
राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि ये प्रधानमंत्री का ही असर है कि बबुआ मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि कोलकाता की जनता भूली नहीं है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ने दुर्गापूजा पर कैसे लाठीचार्ज करवाया था और सरस्वती पूजा पर रोक लगवा दी थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश बांटने का, हिंदुओं को खत्म करने का काम किया है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि आज कर्नाटक में कांग्रेस एक बार फिर से हिंदुओं को खत्म करने का काम रही है. वोट की राजनीति के लिए कांग्रेस पाकिस्तान की भी तारीफ कर सकती है।
उन्होंने कहा, ‘मैं एक बात कहना चाहता हूं कि ममता बनर्जी कह रही हैं कि रामभक्त यात्रा में डंडे लाठी नहीं लेकर आये, लेकिन एक विशेष सम्प्रदाय के लोग तजिया पर हथियार लेकर निकलेंगे, ये नहीं चलेगा।
ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी भी पिछले दो सालों से रामनवमी का त्योहार पूरे जोशोखरोश के साथ मना रही है। ममता खुद अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से रामनवमी के उत्सवों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील कर चुकी हैं।
वहीँ रामनवमी के मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देने के इस पोस्टर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पोट्रेट लगा था। कुछ आसामाजिक तत्वों ने इस पोट्रेट में से ममता बनर्जी का गला काट दिया। घटना के बारे में कांकसा पुलिस को जानकारी दी गई है।
मामले में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कांकसा पुलिस से लिखित में शिकायत दर्ज कराई है। टीएमसी कार्यकर्ताओं की मांग है कि मामले में आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।