राफेल सौदे पर मोदी सरकार से राहुल गांधी के तीन सवाल
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है फ्रांस की कंपनी दसाल्त एविएशन से खरीदे जा रहे 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद में पारदर्शिता और नियम-प्रावधानों को दरकिनार किया गया है।
ट्विटर पर राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री को सम्बोधित करते हुए तीन सवाल पूछे हैं। राहुल गांधी ने पूछा कि ‘आरएम जी शर्मनाक ये है कि आपके बॉस आपको चुप कर रहे हैं। कृपया बताइए कि राफेल जेट को किस कीमत पर खरीदा गया?’
राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरते हुए दूसरा सवाल किया कि’ क्या आपने कैबिनेट कमेटी ऑफ सिक्यॉरिटी (सीसीएस) की अनुमति लेना जरूरी नहीं समझा?’
तीसरे सवाल में राहुल गांधी ने पूछा कि ‘भारत सरकार के उपक्रम हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से ये डील छीनकर रक्षा क्षेत्र में बिना अनुभव वाले डबल ए रेटेड बिजनेसमैन को क्यों सौंपी गई?’
गौरतलब है कि इससे पहले कल (17 नवंबर) को भी राहुल गांधी ने डील के बारे में सवाल पूछे थे, जिसके बाद रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद संबंधी सौदे से जुड़े आरोप ‘शर्मनाक’ हैं और ऐसी कलह सशस्त्र बलों के लिए नुकसानदायक है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि एक कारोबारी को फायदा पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री ने ‘समूचा सौदा’ ही बदल दिया। सीतारमण ने कहा, ‘यह आरोप शर्मनाक हैं। इस सौदे को पारदर्शी प्रक्रिया का पालन करते हुए अंतिम रूप दिया गया।’
रक्षा मंत्री ने कहा कि इस सौदे को लेकर कलह सशस्त्र बलों के लिए नुकसानदायक होगी। उन्होंने कहा कि वायुसेना की फौरी जरूरत ही इस करार को करने की अहम वजह थी। उन्होंने कहा कि 36 राफेल विमानों के लिए अंतिम करार पर सितंबर 2016 में दस्तखत किए गए।