राज्य सभा में मनमोहन सिंह का सरकार पर प्रहार : नोटबंदी लागू करने के तरीके से असहमत
नई दिल्ली । नोटबंदी पर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष का विरोध गुरुवार को भी जारी रहा और भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में चर्चा के दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी पर सरकार के उद्देश्यो का विरोध नहीं करता लेकिन यह भी कहना चाहता हूं कि इस फैसले को लागू करने में अवव्यवस्था हुई है।
मनमोहन सिंह के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राज्यसभा में मौजूद थे। इस फैसले से आम जनता को जो परेशानी हुई है उस पर ध्यान देना जरूरी है। अब तक 60-65 लोगों की मौत हो चुकी है और जो कदम उठाए गए हैं वो जनता के करेंसी और सरकार पर भरोसे को कमजोर करते हैं।
पूर्व पीएम ने कहा कि पीएम ने लोगों से 50 दिन मांगे हैं लेकिन यह 50 दिन गरीबों के लिए मुसीबत भरे होंगे। मैं पीएम से जानना चाहता हूं कि वो कोई एक देश का नाम बताएं जहां लोग अपना पैसा जमा करवा सकते हैं लेकिन निकाल नहीं सकते। पीएम जरूरी रूप से कुछ ठोस कदम उठाएं कि कैसे हम इस स्कीम को लागू कर सकते हैं।
इससे पहले राज्यसभा में विपक्ष तय समय से पहले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के भाषण का मांग कर रहा था वहीं सरकार ने कहा कि अगर बहस नहीं करनी है तो अनुमति नहीं दी जा सकती। इसके बाद विपक्ष ने हंगामा किया और कार्रवाई 12 बजे तक स्थगित कर दी गई थी।
वहीं लोकसभा में सपा सांसद रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव ने अभद्रता करते हुए स्पीकर कर तरफ कागज फाड़कर उड़ा दिए जिससे नाराज स्पीकर सुमित्रा महाजन आसंदी से उठकर चली गईं।
इससे पहले खबर आई थी कि संसद में नोटबंदी पर जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए सरकार की कोशिश को विपक्ष ने झटका दिया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि विपक्षी दलों ने तय किया है कि वो सरकार से इस मुद्दे पर 28 नवंबर तक कोई आत नहीं करेगा। दरअसल सरकार की तरफ से गृहमंत्री ने सर्वदलिय बैठक बुलाई थी वहीं संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार भी विपक्ष से संपर्क साधने की कोशिश में थे ताकि संसद में चर्चा हो सके।
वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी के चैंबर में भी एक महत्वपूर्ण बैठक जारी है जिसमें रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के अलावा अरुण जेटली और वैंकेया नायडू मौजूद हैं।
इससे पहले खबर थी कि नोटबंदी पर संसद में हंगामे के बीच पीएम मोदी गुरुवार को राज्यसभा में मौजूद रहेंगे और बहस में हस्तक्षेप कर सकते हैं। राज्यसभा में नोटबंदी पर चर्चा के लिए 9 घंटे आवंटित किये गये है जिसमें से 24 लोगों को बोलना है। चर्चा पर वित्त मंत्री अरुण जेटली अपना बयान देंगे।
मनमोहन सिंह की सदन में कही यह दस बड़ी बातें :
- जो लोग कहते हैं कि नोटबंदी लंबे समय में फायदा देगी उन्हें अपने बयान वापस लेना चाहिए क्योंकि लंबे समय में हम सब मर चुके होंगे।
- नोटबंदी लागू करने में कुप्रंबधन देखने को मिला है। जीडीपी ग्रोथ 2 प्रतिशत तक कम होगी।
- हम नोटबंदी के उद्देश्य के खिलाफ नहीं लेकिन इसे लागू करने के तरीके के खिलाफ हैं।
- नोटबंदी से अब तक 60-65 लोगों की मौत हुई और आम जनता परेशान है।
- इस कदम के चलते लोगों का सरकार और करेंसी पर भरोसा कमजोर होगा।
- बड़े ग्रामीण इलाके में सेवाएं देने वाला सहकारी बैंक सेक्टर काम नहीं कर पा रहा है।
- पीएम एक देश का नाम बताएं जहां लोग पैसा जमा कर सकते हैं लेकिन निकाल नहीं सकते।
- पीएम ने लोगों से 50 दिन इंतजार करने के लिए कहा लेकिन यह 50 दिन लोगों के लिए बेहद पीड़ादायक होंगे।
- मैं उम्मीद करता हूं कि पीएम लोगों को राहत देने के लिए हमें प्रैक्टिकल तरीकों को ढूंढने में मदद करेंगे।