राज्य सभा चुनाव में हार के बावजूद मायावती बोलीं ‘गठबंधन टूटने नहीं दूंगी’

राज्य सभा चुनाव में हार के बावजूद मायावती बोलीं ‘गठबंधन टूटने नहीं दूंगी’

नई दिल्ली। राज्य सभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार की पराजय के बावजूद बहुजन समाज पार्टी को समाजवादी पार्टी से कोई गिला शिकवा नहीं है और दोनो पार्टियां भविष्य की राजनीति में साथ मिलकर आगे बढ़ने को तैयार हैं।

शुक्रवार रात चुनाव जीतने के फौरन बाद योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से सपा पर तंज कसा था कि सपा सिर्फ लेना जानती है देना नहीं। इस तंज के बाद माना जा रहा है कि उन्होंने यह बयान बसपा के लिए ही दिया था लेकिन इसके बाद भी जिस अंदाज में मायावती ने अखिलेश का समर्थन किया है, उससे साफ पता चल रहा कि ‘बुआ-भतीजे’ की दोस्ती गहरी है।

मायावती ने शनिवार को कहा कि बसपा-सपा के एक साथ आने से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ी हैं। बसपा-सपा गठजोड़ तोड़ने के लिए बीजेपी तमाम तरह की कोशिश कर रही है। बसपा सुप्रीमो ने गेस्ट हाउस कांड पर कहा कि उस घटना के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को जिम्मेदार नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि उस समय वह राजनीति में नहीं थे।

बसपा प्रमुख मायावती के बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्हें पराजय के बावजूद समाजवादी पार्टी और सपा मुखिया अखिलेश यादव से कोई गिला शिकवा नहीं हैं और दोनों पार्टियां भविष्य की राजनीति में साथ मिलकर आगे बढ़ने को तैयार हैं।

मायावती ने राजा भैया और अखिलेश यादव के संबंधों पर शनिवार को कहा कि सपा प्रमुख राजा भैया के चक्कर में फंस गए हैं, मैं उनकी जगह होती तो मेरा उम्मीदवार भले ही हार जाता, पर मैं उनके प्रत्याशी को हारने नहीं देती। यह उनके अनुभव की कमी है। मगर मैं इस गठबंधन को टूटने नहीं दूंगी।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital