‘राइट टू प्राइवेसी’ पर सुप्रीमकोर्ट के फैसले पर बोले राहुल ‘यह भाजपा की विचारधारा की हार’

‘राइट टू प्राइवेसी’ पर सुप्रीमकोर्ट के फैसले पर बोले राहुल ‘यह भाजपा की विचारधारा की हार’

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने निजता को नागरिकों का मौलिक अधिकार करार दिया है। आधार योजना को लेकर यह बहस शुरू हुई थी कि निजता मौलिक अधिकार है या नहीं? नौ जजों की संविधान पीठ ने 1954 और 1962 में दिए गए फैसलों को पलटते हुए गुरूवार को कहा कि निजता का अधिकार मौलिक अधिकार ही है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि यह वैयक्तिक अधिकारों एवं मानवीय गरिमा के नए युग का संदेशवाहक है तथा आम आदमी के जीवन में राज्य एवं उसकी एजेंसियों द्वारा की जा रही निरंकुश घुसपैठ एवं निगरानी पर प्रहार है।

निर्णय का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एवं उसकी सरकारें तथा विपक्षी दल इस अधिकार के पक्ष तथा इनको सीमित करने के इस (भाजपा की) सरकार के अहंकारपूर्ण रवैये के खिलाफ अदालत एवं संसद में आवाज उठा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार एक तरफा फैसले लेते हुए सभी लोगों की निजी जानकारियों को ऑनलाइन कर रही है, जोकि संविधान के खिलाफ है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह हर भारतीय की जीत है। राहुल गांधी ने कहा कि इससे फासिस्ट ताकतों को झटका लगा है। यह भाजपा की उस विचारधारा की हार है जो निगरानी करके लोगों को दबाना चाहती है।

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने इसे आजादी की जीत बताया। साथ ही यह भी कहा कि कोर्ट ने मोदी सरकार के निजता के अधिकार का हनन करने की कोशिशों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, यह उन लोगों के खिलाफ है जो भारत को एक फासिस्ट देश बना देना चाहते हैं।

 

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TeamDigital