रक्षा मंत्री के बयान की चौतरफा निंदा, कांग्रेस ने कहा ‘रक्षा मंत्री को चुल्लूभर पानी में डूब मरना चाहिए’
नई दिल्ली। भारतीय सेना द्वारा पाक एक कब्ज़े वाले कश्मीर में (पीओके) में सर्जिकल स्ट्राइक पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के ताजा बयान से फिर सियासी संग्राम छिड़ गया है। पर्रिकर के बयान की चौतरफा निंदा हो रही है । पर्रिकर के बयान को लेकर विपक्ष ने उन पर हमला बोल दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि ऐसे बयान के लिए पर्रिकर को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।
पर्रिकर ने आतंकी कैंपों पर सर्जिकल स्ट्राइक का फैसला लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के फैसले और योजना की वजह से ही सर्जिकल स्ट्राइक संभव हो पाया। मोदी को इसका ज्यादा श्रेय है। पर्रिकर ने कहा कि मोदी के शासन में सीमाएं पहले से ज्यादा सुरक्षित हैं।
गौरतलब है कि मुंबई में आयोजित इवेंट ‘स्ट्रेंथिंग इंडियाज डिफेंस कैपेबिलिटीज’ में भाषण देते हुए मनोहर पर्रिकर ने सर्जिकल स्ट्राइक के लिए एक बार फिर इसका श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी को भी दिया। उन्होंने कहा कि पीओके में सफल सर्जिकल स्ट्राइक करने का श्रेय भारतीय सेना को जाता है, लेकिन ज्यादा श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है।
उन्होंने कहा कि शांति के आधार पर हमारी डिफेंस नीति रही है। युद्ध से खर्च और अन्य प्रकार की समस्याएं होती हैं। भारत ने कभी किसी और देश पर राज नहीं किया ,पर यह हमारी कमजोरी नहीं है।
उन्होंने कहा, जन आक्रोश बढ़ रहा था कि दुश्मन हमले कर रहा है। लोगों में निराशा थी, हताशा थी, लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक से सबको खुशी मिली। आप सबको याद रखना चाहिए कि सरकार फैसला लेती है। सर्जिकल स्ट्राइक की रात मैं सो नहीं पाया था। बहुत तनाव भरी रात था। देश का मूड क्लियर हैं। अगर कुछ गलती होती तो इसी सरकार पर आता है। हिम्मत चाहिए होती है ऐसे फैसले लेने के लिए। हमारी दोस्ती को कमजोरी समझा गया। वो परेशान हैं कि अब इंडिया के बारे में पूर्व अनुमान नहीं लगा सकते। वो भविष्य में दोबारा हिम्मत नहीं करेंगे।
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने भी इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि खुद पीएम कह चुके हैं कि इस तरह की चीजें ना हों। ये यूपी चुनाव को लेकर दिया गया बयान है। किसी एक व्यक्ति को इसका श्रेय देना सही नहीं है।
वहीं, आरएलडी सुप्रीम अजित सिंह ने भी पर्रिकर के बयान की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। सर्जिकल स्ट्राइक पहले भी होते रहे हैं। रक्षा मंत्री को इसका श्रेय नहीं लेना चाहिए। ये अच्छी बात नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को भी इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था।
पर्रिकर पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी नेता आशुतोष ने ट्वीट किया है कि सेना को श्रेय देने के बजाए बीजेपी नेताओं में सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय लेने की होड़ लगी है। क्या वह बंदूक लेकर एलओसी पर गए थे? मोदी ने कहा था कि इस पर छाती न पीटें मगर पर्रिकर को गोवा में हार का डर सता रहा है इसलिए वह सर्जिकल स्ट्राइक का रजनीतिकरण करने में जुटे हैं।
बीजेपी ने पर्रिकर का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने सही कहा है कि इसका श्रेय सेना को दिया जाता है। हम संदेश देने में सफल रहे हैं कि आतंकवाद बुरा ही होता है अच्छा या बुरा नहीं। आज पूरा देश पीएम को सैल्यूट कर रहा है। तो उन्होंने (पर्रिकर) ये कहा है तो क्या गलत कहा है।