योगी आदित्यनाथ के भाषण की ये है वो एक लाइन, जिसने पलट दिया पूरा चुनाव

योगी आदित्यनाथ के भाषण की ये है वो एक लाइन, जिसने पलट दिया पूरा चुनाव

नई दिल्ली। कैराना में बीजेपी की करारी हार के लिए दबी ज़ुबान में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को ज़िम्मेदार बताया जा रहा है। जानकारो के अनुसार कैराना चुनाव प्रचार के दौरान सीएम योगी द्वारा दिया गया एक भाषण बीजेपी को ले डूबा।

वर्ष 2014 में कैराना सीट जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी को भले ही इस बार विपक्ष की एकजुटता का सामना करना पड़ा लेकिन चुनाव प्रचार की शुरुआत में बीजेपी विपक्ष के उम्मीदवार पर भारी पड़ रही थी।

बीजेपी को उम्मीद थी कि आधे से अधिक जाट मतदाता बीजेपी को वोट देंगे। इसी समीकरण को ध्यान में रखकर बीजेपी काम कर रही थी लेकिन शामली में हुई चुनाव प्रचार की आखिरी में सीएम योगी के भाषण ने बीजेपी के समीकरणों को तहस नहस कर दिया।

हालाँकि सीएम योगी ने अपने भाषण में उसी तरह की भाषा का प्रयागों किया जो आमतौर पर बीजेपी नेता प्रयोग करते रहे हैं। खुद प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी गांधी परिवार और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयर पर्सन सोनिया गांधी के लिए भी कई बार इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है।

योगी की वो लाइन जिसे बीजेपी की पराजय का ज़िम्मेदार बताया जा रहा है:

चुनाव प्रचार की आखिरी रैली शामली में आयोजित की गयी थी। जिसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करना था। इस रैली में पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “आज बाप बेटे (चौधरी अजीत सिंह और जयंत चौधरी) वोटों की खातिर गली गली में भीख मांग रहे हैं।”

जानकारों की माने तो तो एक गैर जाट व्यक्ति के मूंह से किसी जाट नेता के लिए इस तरह के शब्द इस्तेमाल करना कैराना के जाटो को नागवार गुजरा। योगी आदित्यनाथ की भाषा से जाट भडक गए। स्थानीय लोगों की माने तो योगी आदित्यनाथ की सभा सम्पन्न होने के बाद कई जगह जाटो ने पंचायत कर योगी आदित्यनाथ द्वारा चौधरी अजीत सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी के लिए इस्तेमाल की गयी भाषा पर सवाल उठाये।

जानकारों के अनुसार मुज़फ्फरनगर से जुड़े बीजेपी नेताओं और स्वयं योगी आदित्यनाथ यह सोच कर चल रहे थेकि मुज़फ्फरनगर काण्ड के बाद जाट मतदाता किसी हाल में विपक्ष की मुस्लिम उम्मीदवार तबस्सुम हसन को वोट नही देंगे लेकिन इस बार मामला उल्टा पड़ गया। जाट मतदाताओं की नाराज़गी ने बीजेपी को पराजय के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया।

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TeamDigital