‘योगीराज में जलभराव से जूझती गोशाला’, जिम्मेदार बने लापरवाह

‘योगीराज में जलभराव से जूझती गोशाला’, जिम्मेदार बने लापरवाह

ब्यूरो (राम मिश्रा/अरविंद दूबे)प्रतापगढ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गाय प्रेम किसी से छिपा नहीं है। गायों के प्रति उनकी इस संवेदनशीलता का ही नतीजा है कि राज्य में सरकार बनने के बाद से ही गायों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और उनकी देखभाल के लिए कई फ़ैसले लिए गए,गोशालाएं बनवाने के निर्देश दिए गए और बजट में अलग से इसके लिए प्रावधान भी किया गया ।

इसके उलट उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार गायों की सुरक्षा के लिए चाहे जितने उपाय कर रही हो,लेकिन लापरवाही के कारण न तो गायों की दुर्दशा में कमी आ रही है और न ही गायों की होने वाली मौतों में। गोशालाओं में स्थानीय जिम्मेदारो की लापरवाही और अनदेखी करने का ऐसा ही आरोप सूबे के जनपद प्रतापगढ़ से सामने आया है ।

जनपद प्रतापगढ़ के लालगंज तहसील अंर्तगत सगरा सुंदरपुर में स्थित रामलली सेवा संस्थान (रजि०)गौशाला के सचिव दयाशंकर पाण्डेय कहना कि गौशाला परिसर के आस पास जल निकासी न होने के चलते काफी खराब हो चुकी है।

 

जहां एक जलभराव के कारण गायों और गोवंशों को बैठने के लिए ठीक तरह से जगह नहीं मिल पा रही है। वही मवेशियों में बीमारियों और संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है और इस बाबत जल निकासी को लेकर लिखित और मौखिक तौर पर कई अधिकारियों को अवगत भी कराया गया, लेकिन ग्राम प्रधान,लेखपाल व आला अधिकारियों ने अभी तक इस गौशाला की सुध नहीं ली है।

समाचार पत्रों में छपी खबरों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर सैकड़ों गायों की मौत हो चुकी है। ज़्यादातर मौतें या तो भूख से हुई हैं या फिर गोशालाओं में हो रही अव्यवस्थाओं के चलते।

मौसम की वजह से भी गायों की मौत हुई है क्योंकि बरसात और उसके बाद होने वाले जलभराव से बचने का कई गोशालाओं में तमाम कोशिशों के बावजूद कोई समुचित इंतज़ाम आज भी नहीं है।

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TeamDigital