ये हैं योगी आदित्यनाथ को सुर्ख़ियों में लाने वाले अमर्यादित बयान

नई दिल्ली । एक धर्म विशेष के खिलाफ आग उलगलकर सुर्ख़ियों में आये योगी आदित्यनाथ का विवादों से पुराना नाता रहा है। उन्होंने मौके बे मौके कुछ ऐसे बयान दिए जिनसे कई बार उत्तर प्रदेश का माहौल गर्म हो गया। मामला मंदिर मस्जिद का हो या प्रेम विवाह का, योगी आदित्यनाथ के मुंह से जो कुछ निकला वह आग लगाने से कम नही था।

जून 2016: “जब अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने से कोई नहीं रोक सका तो मंदिर बनाने से कौन रोकेगा। ”

अक्टूबर 2016: “मूर्ति विसर्जन से होने वाला प्रदूषण दिखता है लेकिन बकरीद के दिन हज़ारों निरीह पशु काटे गए काशी में, उनका ख़ून सीधे गंगा जी में बहा है क्या वो प्रदूषण नहीं था?”

अक्टूबर 2015: दादरी हत्याकांड पर योगी ने कहा – “यूपी कैबिनेट के मंत्री आजम ख़ान ने जिस तरह यूएन जाने की बात कही है, उन्हें तुरंत बर्ख़ास्त किया जाना चाहिए. आज ही मैंने पढ़ा कि अख़लाक़ पाकिस्तान गया था और उसके बाद से उसकी गतिविधियां बदल गई थीं। क्या सरकार ने ये जानने की कभी कोशिश की कि ये व्यक्ति पाकिस्तान क्यों गया था? आज उसे महिमामंडित किया जा रहा है।”

जून 2015: “जो लोग योग का विरोध कर रहे हैं उन्‍हें भारत छोड़ देना चाहिए। जो लोग सूर्य नमस्‍कार को नहीं मानते उन्‍हें समुद्र में डूब जाना चाहिए।”

अगस्त 2015: “मुस्लिमों की जनसंख्या तेजी से बढ़ना खतरनाक रुझान है, यह एक चिंता का विषय है, इस पर केंद्र सरकार को कदम उठाते हुए मुसलमानों की आबादी को कम करने की कोशिश करनी चाहिए।”

फरवरी 2015: “अगर उन्हें अनुमति मिले तो वो देश के सभी मस्जिदों के अंदर गौरी-गणेश की मूर्ति स्थापित करवा देंगे। आर्यावर्त ने आर्य बनाए, हिंदुस्तान में हम हिंदू बना देंगे। पूरी दुनिया में भगवा झंडा फहरा देंगे। मक्का में ग़ैर मुस्लिम नहीं जा सकता है, वैटिकन में ग़ैर ईसाई नहीं जा सकता है। हमारे यहां हर कोई आ सकता है।”

अगस्त 2014: लव जेहाद’ को लेकर योगी का एक वीडियो सामने आया था. इसमें वे अपने समर्थकों से कहते सुनाई दे रहे थे कि हमने फैसला किया है कि अगर वे एक हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन करवाते हैं तो हम 100 मुस्लिम लड़कियों का धर्म परिवर्तन करवाएंगे। बाद में योगी ने वीडियो के बारे में कहा कि मैं इस मुद्दे पर कोई सफ़ाई नहीं देना चाहता।

योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने की खबर पर लोगों की अलग अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं । वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी ने ट्विटर पर कहा कि “लो उत्तरप्रदेश को भाजपा ने मुख्यमंत्री के रूप में योगी दे दिया। अब राममंदिर दें न दें, क्या फ़र्क़ पड़ता है?”

एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मोदी उत्तर प्रदेश में नया भारत बना रहे हैं।

प्रमुख सामजिक कार्यकर्ता शबनम हाश्मी ने कहा कि क्यों बवाल मचा है ? मोदी पीएम हो सकता है तो योगी सीएम क्यों नही ? उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने उनके लिए मत दिया और हमने ईवीएम को चुनौती भी नहीं दी।

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित कई बड़े नेताओं ने बधाई के ट्वीट भी किये।

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TeamDigital