यूपी में हो तय चुका है महागठबंधन, घोषणा कभी भी संभव !
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2019 के चुनाव के लिए विपक्ष के संयुक्त मोर्चे वाला महागठबंधन तय हो चूका है और इसकी घोषणा किसी भी समय सम्भव है। समझा जाता है कि महागठबंधन तय होने के बाद ही समाजवादी पार्टी ने 2019 के चुनावो के लिए प्रचार की शुरुआत के लिए पूरा कार्यक्रम तय किया है।
समाजवादी पार्टी सूत्रों के मुताबिक 2019 के चुनाव के लिए बिगुल फूंकने के लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव 16 सितम्बर को ठठियामंडी (कन्नौज) से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की हवाई पट्टी तक 50 किलोमीटर की साइकिल यात्रा करेंगे।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक अखिलेश स्वयं कन्नौज से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। वहीँ सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से चुनाव लड़ेंगे। सपा सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में महागठबंधन लगभग तय हो चूका है और इसकी घोषणा किसी भी समय सम्भव है।
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि यह साइकिल यात्रा लोकसभा चुनावों के लिए विजय यात्रा है। इस साइकिल यात्रा का संदेश ‘हक और सम्मान‘ सबके लिए होगा। अखिलेश यादव की साइकिल यात्रा से ही 2012 में उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार बनाने में सफलता हासिल हुई थी।
वहीँ सूत्रों की माने तो महागठबंधन में सपा को 28 सीटें, बसपा को 35 सीटें, रालोद को 5 सीटें और कांग्रेस को 12 सीटें मिलेंगी। हालाँकि आधिकारिक रूप से अभी तक किसी पार्टी ने महागठबंधन को लेकर कोई स्वीकारोक्ति नहीं दी है और न ही महागठबंधन के मुद्दे पर कोई पार्टी खुलकर बोल रही है।
लेकिन सपा सूत्रों के मुताबिक महागठबंधन को अंतिम रूप दिए जाने के बाद ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कार्यक्रम का एलान किया गया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार महागठबंधन का एलान जल्द हो सकता है। सूत्रों की माने तो मध्य प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन की कोशिशें जारी है।
इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ में बसपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत पगति पर है। वहीँ उत्तराखण्ड में कांग्रेस, बसपा और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है।
फिलहाल देखना है कि उत्तर प्रदेश में महागठबंधन को लेकर आधिकारिक रूप से घोषणा कब होती है। तभी पता चल सकेगा कि सीटों के बंटवारे को लेकर बताये जा रहे आंकड़े कितने सही है।