यूपीए सरकार को अस्थिर करने की साजिश के तहत रचा गया था 2G मामला

यूपीए सरकार को अस्थिर करने की साजिश के तहत रचा गया था 2G मामला

नई दिल्ली। केंद्र में डा मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को अस्थिर करने की साजिश के तहत 2G घोटाले का षड्यंत्र रचा गया था, लेकिन कांग्रेस इसे समझ नहीं सकी थी। ये रहस्योद्घाटन करते हुए 2G स्कैम में गुरूवार को बरी हुए तत्कालीन दूरसंचार मंत्री ए राजा ने पूरे प्रकरण पर दुःख जताया है।

डीएमके नेता करूणानिधि को लिखे एक पत्र में ए राजा ने कहा कि कुछ बर्चस्ववादी ताकतें देश में क्षेत्रीय दलों को आगे बढ़ते बर्दाश्त नहीं कर सकतीं। राजा ने कहा कि मनमोहन सरकार साज़िश को महसूस कर पाने में खुद नाकाम रही थी जबकि खुफिया इकाई इसके तहत आती है।

उन्होंने पत्र में लिखा कि स्पेक्ट्रम के बारे में आरोप कुछ लोगों ने लगाए और इसे आगे सीबीआई जैसी संस्थाओं ने बढ़ाया जो कि भारतीय और विश्व इतिहास, दोनों में नया था। उन्होंने साजिश करने के लिए किसी का नाम लिए बिना कहा कि ये अफसोसजनक है कि यूपीए सरकार खुद को मात देने की साज़िश में फंसी और सरकार खुद से स्पेक्ट्रम मुद्दे को उजागर नहीं कर पाई।

पत्र में राजा ने बतौर दूर संचार मंत्री अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि उनकी नीति के चलते ही लोगों को अब अपने स्मार्टफोन पर व्हाट्सऐप और टि्वटर जैसी कई सुविधाएं मिल रही हैं।

बता दें कि 2G स्कैम में आरोपी गुरूवार सीबीआई की विशेष अदालत ने करुणानिधि की बेटी कनिमोझी और तत्कालीन दूरसंचार मंत्री ए राजा को बरी कर दिया। कोर्ट ने अपने एक लाइन के फैसले में कहा कि “केस का आधार ही गॉशिप, अफवाह और अटकलों पर आधारित था।’ जज ओपी सैनी ने कहा कि अभियोजन पक्ष यह साबित करने में नाकाम रहा है कि दो पक्षों के बीच पैसे का लेन देन हुआ है।

कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस और डीएमके नेताओं ने बीजेपी पर निशाना साधा है. सिब्बल ने कहा कि ये लीगल विक्ट्री है। मैंने पहले ही कहा था कि ये जीरो लॉस है, और वही हुआ. प्रधानमंत्री के लेवल में इस तरीके के भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगाना चाहिए।

पूर्व कैग प्रमुख को निशाने पर लेते हुए सिब्बल ने कहा कि विनोद राय को देश के सामने माफी मांगनी चाहिए. देश को गुमराह किया गया। यूपीए सरकार को गलत साबित किया. विनोद राय ने सब गलत किया है।

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TeamDigital