यशवंत सिन्हा बोले ‘बीजेपी सिर्फ दो लोगों की पार्टी’

चंडीगढ़। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ दो लोगों की पार्टी बनकर रह गयी है और इसमें लोकतंत्र समाप्त हो चूका है।
रविवार को चंडीगढ़ पहुंचे यशवंत सिन्हा और बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी पर तीखे हमले किये। यशवंत सिन्हा ने कहा कि नरेंद्र मोदी पाकिस्तान को सबक सिखाने में असफल साबित हुए हैं।
पाक की तरफ से सीज फायर के उललंघन का उदाहरण देते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि नरेंद्र मोदी पाकिस्तान की चाल का शिकार हो गए और खुद पाकिस्तान जाने के बावजूद भी पाकिस्तान की हरकतों पर काबू नहीं पा सके।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद लोगों को उम्मीद जगी थी कि वह पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को खत्म करेंगे, लेकिन अब तक ऐसा कुछ नहीं हुआ।
कर्नाटक में सरकार बनाने में नाकाम रही भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा कि बीजेपी को कर्नाटक में जा कर नाटक नहीं करना चाहिए था। यशवंत सिन्हा ने साफ किया कि उनका मंच भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नहीं है, लेकिन पार्टी के भीतर जनतंत्र खत्म हो चुका है, जिसके चलते पार्टी संगठन कमजोर पड़ गया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर अप्रत्यक्ष हमला बोलते हुए कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी इन दो लोगों की पार्टी बनकर रह गई है और आज पार्टी अपना पुराना स्वरूप खो चुकी है जो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के समय था।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि उनका मंच न तो किसी राजनीतिक संगठन से नज़दीकियां बढ़ाने का इच्छुक है और न ही वह चुनाव लड़ना चाहते हैं। जब उनसे यह पूछा गया कि बीजेपी में नरेंद्र मोदी का विकल्प कौन सा नेता हो सकता है तो उन्होंने कहा कि नेता बनाए नहीं जाते बल्कि अपने आप उभरते हैं।
पार्टी के खिलाफ बागी रुख रखने वाले बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि उन्होंने अब तक पार्टी के किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं किया है और अगर सच को सच कहना गलत है तो वह बागी हैं।
सिन्हा ने कहा कि उन्होंने अभी पार्टी छोड़ने का मन नहीं बनाया हैऔर अगर पार्टी चाहे तो उनको निकाल सकती है। उन्होंने कहा की पार्टी किसी व्यक्ति विशेष से बड़ी होती है और पार्टी से भी बड़ा देश होता है।
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि नोटबंदी लागू होने के बाद छोटे-छोटे काम धंधा करने वाले लोग बर्बाद हो गए और उसके बाद रही सही कसर जीएसटी ने पूरी कर दी।