यशवंत सिन्हा के तीन दिवसीय गुजरात दौरे की खबर से बीजेपी में हलचल
अहमदाबाद। मोदी सरकार को देश की अर्थव्यवस्था, नोटबंदी और जीएसटी के मुद्दे पर घेरने वाले पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा के तीन दिवसीय दौरे पर गुजरात आने की भनक बीजेपी को लगते ही पार्टी में हलचल पैदा हो गयी है।
सूत्रों के अनुसार यशवंत सिन्हा के गुजरात कार्यक्रम की भनक लगने के बाद उन्हें मनाने के प्रयास तेज हो गए हैं लेकिन यशवंत सिन्हा ने बीजेपी को दो टूंक मना कर दिया है। सूत्रों के अनुसार पूर्व वित्त मंत्री 14 और 15 नवम्बर को गुजरात दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे 14 नवंबर को अहमदाबाद और 15 नवंबर को राजकोट में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
सूत्रों ने कहा कि हालाँकि दोनो ही कार्यक्रमों का किसी राजनैतिक दल से कोई संबंध नहीं है लेकिन एक गैर सरकारी संस्थान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय लोकशाही बचाओ कार्यक्रम में यशवंत सिन्हा भाग लेंगे और उनका नाम प्रमुख वक्ताओं में रखा गया है। इस दौरान यशवंत सिन्हा राजकोट और अहमदाबाद के कार्यक्रमों में मौजूद रहेंगे।
गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा अर्थव्यवस्था, नोटबंदी और जीएसटी को लेकर पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के दावों की हवा निकालते रहे हैं। ऐसे में बीजेपी को डर है कि कहीं चुनावी माहौल में यशवंत सिन्हा मोदी सरकार की किसी और कमज़ोर कड़ी को लेकर कोई रहस्योद्घाटन न कर दें।
सूत्रों ने कहा कि बीजेपी की सबसे बड़ी चिंता यही है कि कहीं पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा अपने सम्बोधन में देश की अर्थव्यवस्था, नोट बंदी और जीएसटी पर मोदी सरकार के दावों को लेकर कोई विवाद न पैदा कर दें। जिससे चुनाव के मौके पर राज्य के मतदाताओं में बीजेपी के खिलाफ कोई बड़ा सन्देश न पहुँच जाए।
अर्थव्यवस्था को लेकर यशवंत सिन्हा ने बोला था मोदी सरकार पर हमला:
पिछले दिनों आर्थिक नीतियों को लेकट मोदी सरकार पर हमला बोलने वाले पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर मोदी सरकार से सवाल उठाया था।
उन्होंने कहा था कि कारें और मोटरसाइकिलें अधिक बिकने का मतलब क्या प्रगति है? जीएसटी की आलोचना करते हुए सिन्हा ने कहा कि जब हम विपक्ष में थे तब सरकार पर ‘टेक्स आतंकवाद’ और ‘रेड राज’ का आरोप लगाते थे।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि आज जो चल रहा है वह भी आतंकवाद ही है। सिन्हा ने कहा कि जीएसटी गुड ऐंड सिंपल टैक्स हो सकती थी लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने इसे बैड ऐंड कॉम्प्लिकेटेड टैक्स बना दिया।
सिन्हा ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “हमारी सरकार के मुखिया ने अपने हालिया घंटे भर के भाषण में भारत की प्रगति दिखाने के लिए संख्या का हवाला देते हुए कहा कि ज्यादा कारें और मोटरसाइकलें बेची गईं।” उन्होंने सवाल किया कि क्या इसका मतलब देश प्रगति कर रहा है। बिक्री तो हुई लेकिन क्या कोई उत्पादन हुआ।