यदि इन 5 सीटों पर हुई हार तो खत्म हो जायेगा बीजेपी का जादुई आंकड़ा
नई दिल्ली। लोकसभा के उपचुनावों में लगातार एक के बाद एक सीट हार रही भारतीय जनता पार्टी के सामने अब उन 5 सीटों को जीतना बड़ी चुनौती है जिनके उपचुनाव जल्द ही होने वाले हैं।
इन पांच सीटों में उत्तर प्रदेश की कैराना, महाराष्ट्र की पालघर और भंडारा गोंदिया, जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग तथा नगालैंड की एक सीट शामिल हैं। इन पांच लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होना है।
उत्तर प्रदेश की कैराना सीट बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन की वजह से खाली हुई है। वहीँ जम्मू कश्मीर की अनंतनाग सीट महबूबा मुफ़्ती के मुख्यमंत्री बनने तथा नागालैंड की सीट नेफ्यू रियो के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई है।
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने 282 सीटें जीती थीं लेकिन लोकसभा उपचुनावों में पराजय के बाद अब बीजेपी की सीटों की तादाद 274 रह गयी है जो जादुई आंकड़े से सिर्फ दो सीट ही अधिक है।
जिन पांच लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, यदि इन सभी सीटों पर बीजेपी को हार मिली तो उसकी ताकत और कम हो जाएगी। बता दें कि राजस्थान की दो सीटों अलवर और अजमेर तथा उत्तर प्रदेश की दो सीटों फूलपुर व गोरखपुर में हुए उपचुनाव में बीजेपी को पराजय का सामना करना पड़ा है।
2014 में ये चारो सीटें बीजेपी ने जीतीं थीं लेकिन उपचुनाव में उसे पराजय हाथ लगी। वहीँ दूसरी तरफ बिहार में अररिया में हुए लोकसभा उपचुनाव में भी राष्ट्रीय जनता दल ने अपना दबदबा कायम रखा और बीजेपी को परास्त कर सीट पर कब्ज़ा बरकरार रखा है।
विपक्ष एकजुट हुआ तो बीजेपी के लिए मुश्किल:
जानकारों की माने तो यदि लोकसभा उपचुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा बसपा की तर्ज पर विपक्ष एकजुट हुआ तो बीजेपी को सभी पांच सीटों पर मुश्किल झेलनी पड़ सकती है। उत्तर प्रदेश की कैराना सीट पर यदि सपा बसपा तथा महाराष्ट्र की पालघर और भंडारा गोंदिया सीट पर कांग्रेस एनसीपी मिलकर चुनाव लड़े तो बीजेपी के लिए कमबैक करना बेहद मुश्किल हो जायेगा।