मोसुल में 39 भारतीयों की मौत की पुष्टि, पहाड़ में से निकाले गए शव
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नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इराक के मोसुल में लापता 39 भारतीयों के आतंकी संगठन आईएसआईएस द्वारा मारे जाने की पुष्टि की है। मंगलवार को राज्य सभा में इस बात की जानकारी देते हुए सुषमा स्वराज ने बताया कि डीएनए सैंपल की जांच के जरिए शवों की पहचान हुई है।
विदेश मंत्री ने राज्य सभा में बताया कि इराक में लापता 39 भारतीयों की तलाश के व्यापक प्रयास किये गए। हमने पहाड़ की खुदाई करने के बाद शवों को निकाला था, जनरल वीके सिंह वहां पर गए और सबूतों को खोजने में मेहनत की।
सुषमा स्वराज ने कहा कि विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह इराक जाएंगे, सभी शवों को लाया जाएगा। सबसे पहले जहाज अमृतसर जाएगा और उसके बाद पटना, पश्चिम बंगाल जाएगा।
विदेश मंत्री ने बताया कि 3 वर्षों तक ये तलाश चलती रही थी। डीप पेनिट्रेशन रडार के जरिए बॉडी को देखा गया था, उसके बाद सभी शवों को बाहर निकाला गया।
बता दें कि मोसुल पर ISIS के कब्जे के बाद जून 2014 में 39 भारतीय मजदूरों को बंधक बनाने की खबर आई थी। इस बीच हरजीत सिंह ISIS के चंगुल से निकलने में सफल रहा था। भारत आकर हरजीत मसीह ने दावा किया था कि सभी 39 भारतीय मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
जिन 39 भारतीयों को आईएसआईएस के आतंकियों ने जून 2014 में अपहृत किया था। उनमें 22 लोग पंजाब के अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला और जालंधर से थे। पिछले साल केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह इन 39 भारतीयों की तलाश में मोसुल गए थे।