आरटीआई में खुलासा: मोदी सरकार ने प्रचार पर बहाये 3440 करोड़ रुपये

नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पांच साल के दौरान सिर्फ प्रचार पर बड़ी धनराशि खर्च की है। इसका खुलासा सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 (आरटीआई) के तहत मांगी गयी जानकारी में हुआ है।
आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक मोदी सरकार ने सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार पर कुल 3440 करोड़ रुपये खर्च किये। नौकरशाह संजीव चतुर्वेदी की ओर से दायर एक आरटीआई के जवाब में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन काम करने वाली ब्यूरो ऑफ ऑउटरीच एंड कम्यूनिकेशन के मुताबिक 2,374 करोड़ रुपये इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर खर्च हुआ जबकि 670 करोड़ बाहरी प्रचार के लिए इस्तेमाल हुए।
आरटीआई के जवाब में बताया गया है कि यह सारी रकम ऑल इंडिया रेडियो, डीडी नेशनल, इंटरनेट, प्रोडक्शन, रेडियो, एसएमएस, मूवी थियेटर, टेलीविजन और अन्य माध्यमों पर खर्च की गई हैं।
आरटीआई में दी गयी जानकारी के मुताबिक मोदी सरकार ने यह खर्च विभिन्न सरकारी योजनाओं के अलावा रोजगार के नोटिस, टेंडरों, अन्य नोटिसों और विभिन्न विभागीय विज्ञापनों पर खर्च किए गए हैं। यह खर्च सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न उपक्रमों, विभागों, मंत्रालयों आदि की ओर से किए गए हैं।