मोदी सरकार को झटका: सुप्रीमकोर्ट ने अपने फैसले पर नहीं लगायी रोक
नई दिल्ली। एससी/एसटी एक्ट में बदलावों पर सरकार की तरफ से दायर की गयी पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीमकोर्ट ने अपने पुराने फैसले पर किसी भी तरह से रोक लगाने से इनकार कर दिया है।
कोर्ट ने इस मामले में सभी पार्टियों से अगले दो दिनों में विस्तृत जवाब देने को कहा है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 10 दिन बाद होगी। अटॉर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अभी की परिस्थिति काफी मुश्किल है, ये एक तरह के इमरजेंसी हालात हैं। 10 लोग अभी तक मर चुके हैं, हज़ारों-करोड़ों रुपए की संपत्ति का नुकसान हो गया है।
एमिकस क्यूरी अनरेंद्र शरण ने इस बात पर आपत्ति जताई है। शरण का कहना है कि लॉ एंड ऑर्डर की परिस्थिति सुप्रीम कोर्ट के आदेश को बदलने का कारण नहीं हो सकती है। उनका कहना है कि हम अन्य मुद्दों को सुनने के लिए तैयार हैं, लेकिन लॉ एंड ऑर्डर को सही रखना सरकार की जिम्मेदारी है।
इससे पहले कल सोमवार को दलित संगठनों ने SC/ST एक्ट में हुए बदलावों के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया था। बंद के दौरान हुए हिंसक प्रदर्शनों में दस लोगों की मौत हो गयी। हिंसक प्रदर्शनों के चलते देशभर में हज़ारों-करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हो गया है।
आज भी देश में कई जगह प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। राजस्थान के करोली में भीड़ ने दो नेताओं के घरों को निशाना बनाया है। भीड़ ने हिंडौन से मौजूदा विधायक राजकुमारी जाटव और पूर्व विधायक भरोसीलाल जाटव के घरों में आग लगा दी है।
ये दोनों नेता दलित समुदाय से आते हैं। राजकुमारी जाटव बीजेपी से वर्तमान विधायक हैं। जबकि भरोसीलाल कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। बताया जा रहा है कि इलाके में सोमवार को हुई हिंसा के जवाब में आज सुबह यहां भीड़ जमा हुई और नेताओं के घरों को निशाना बनाया गया।