मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में ट्रेड यूनियनों ने किया भारत बंद का एलान
नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ कांग्रेस और वामदलों दलों से जुड़ीं 10 ट्रेड यूनियनों ने 8 जनवरी को भारत बंद का एलान किया है।
सोमवार को ट्रेड यूनियनों के अखिल भारतीय सम्मलेन में नेताओं ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर विरोध जताते हुए 8 जनवरी को भारत बंद बुलाने का एलान किया।
इस सम्मेलन में इंटक,एआईसीटीयू, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीसीटीयू, यूटीयूसी, और एलपीऍफ़ सहित कई ट्रेड यूनियनों के नेताओं ने भाग लिया।
सम्मेलन में श्रमिक नेताओं ने मोदी सरकार द्वारा निजीकरण और निजी संस्थानों के हाथ में पब्लिक सेक्टर कंपनियों का संचालन देने के प्रस्ताव पर विरोध जताया।
श्रमिक नेताओं ने कहा कि मोदी-2 सरकार आम लोगों, खास तौर पर श्रमजीवियों के अधिकारों और आजीविका पर आक्रामक हमले कर रही है। इससे श्रमजीवियों की आजीविका खतरे में पड़ गयी है।
वहीँ इस प्रस्तावित बंद का राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने बंद के इस आह्वान का समर्थन नहीं करने का एलान किया है।
एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए CITU के महासचिव तपन सेन ने कहा कि एफडीआई की आड़ में मोदी सरकार पब्लिक सेक्टर कंपनियों का सौदा कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अभी तक 10 कंपनियों को बेचने की कोशिश कर चुकी है लेकिन एक भी कम्पनी बेचने में कामयाब नहीं हो पाई है।