मायावती से मिले तेजस्वी, अखिलेश से शाम को होगी मुलाकात
लखनऊ। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व सीएम मायावती से मुलाक़ात की। तेजस्वी आज शाम को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से भी मिलेंगे।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच लोकसभा चुनाव के लिए हुए गठबंधन पर दोनों दलों के नेताओं को बधाई देने पहुंचे तेजस्वी यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती के पेर छूकर आशीर्वाद लिया।
मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन होने पर खुशी जतायी। तेजस्वी यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा एक भी सीट नहीं जीत पायेगी. साथ ही कहा कि अब उत्तर प्रदेश और बिहार से बीजेपी का सफाया होगा।
उन्होंने कहा कि आज ऐसा माहौल है, जहां ‘वे’ बाबा साहेब के संविधान को मिटाना चाहते हैं और ‘नागपुरी कानून’ को लागू करना चाहते हैं।’ राजद नेता ने बसपा अध्यक्ष मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश द्वारा उठाये गये कदम का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार में भाजपा का सफाया हो जायेगा। उत्तर प्रदेश में भाजपा एक सीट भी नहीं जीत पायेगी, सभी सीटें सपा-बसपा गठबंधन को मिलेंगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा का गठबंधन होने के बाद सियासी हलचल तेज हो गयी है। माना जा रहा है कि सपा बसपा के बीच सीटों के बंटवारे का एलान कल किया जा सकता है।
सीबीआई के डर से हुआ गठबंधन:
समाजवादी पार्टी से अलग होकर नयी पार्टी बनानेवाले शिवपाल सिंह यादव ने सपा-बसपा के गठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि सीबीआई के डर से यह गठजोड़ तैयार हुआ है।
शिवपाल ने कहा कि वर्ष 1993 में जब सपा-बसपा का गठबंधन हुआ था, उस वक्त दोनों ही पार्टियों पर कोई आरोप नहीं था और ना ही सीबीआई का कोई डर था। उन्होंने कहा ‘आज तो सीबीआई का ही डर है. इस डर की वजह से यह गठबंधन हो रहा है। यह गठबंधन सफल नहीं होगा।’
शिवपाल ने किसी भी धर्मनिरपेक्ष दल से गठबंधन की इच्छा जताते हुए कहा ‘अभी हमारी बात तो नहीं हुई है, लेकिन जितने भी धर्मनिरपेक्ष दल हैं, उनमें कांग्रेस भी है। अगर कांग्रेस हमसे संपर्क करेगी, तो मैं उससे गठबंधन के लिए बिल्कुल तैयार हूं।’