मायावती पर अभद्र टिप्पणी के विरोध में सड़कों पर उतरे बसपाई
लखनऊ । मायावती पर अभद्र टिप्पणी को लेकर बुधवार को संसद में खूब हंगामा मचा। बयान की जानकारी मिलते ही राज्यसभा में मायावती ने पुरजोर तरीके से अपना पक्ष रखा। उन्होंने चेतावनी भी दी थी कि अगर ‘इस मामले पर किसी तरह की हिंसा भड़कती है तो बसपा या वे उसे रोक नहीं पाएंगी।’ मायावती के रौद्र रूप के बाद सदन के नेता व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सिंह के बयान पर माफी मांगते हुए कहा था कि वे ‘निजी रूप से खेद व्यक्त करते हैं।’
वहीँ बसपा सुप्रीमो मायावती पर भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की अभद्र टिप्पणी के खिलाफ गुरुवार को हजारों बसपाई सड़कों पर उतर आए। लखनऊ के हजरतगंज में हजारों बसपाइयों ने इकट्ठा होकर विरोध-प्रदर्शन किया।
सिंह ने बुधवार को एक बैठक में मायावती पर पैसे लेकर चुनाव में टिकट बांटने का आरोप लगाया था। उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने कहा, ”मायावती एक वेश्या से भी बदतर हैं।”
सिंह के बयान की सभी राजनैतिक दलों ने एक सुर से निंदा की थी। खुद प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर सिंह को उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष पद समेत पार्टी के सभी पदों से मुक्त कर दिया गया है। यही नहीं, पार्टी ने सिंह को 6 साल के लिए सस्पेंड भी किया है।