मायावती ने भाई को बनाया पार्टी उपाध्यक्ष, महागठबंधन में शामिल होने के दिए संकेत
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बड़ा कदम उठाते हुए अपने छोटे भाई आनंद कुमार को पार्टी उपाध्यक्ष बनाने का ऐलान किया है वहीँ उन्होंने भाजपा के खिलाफ आक्रामक तेवर अपनाते हुए भाजपा विरोधी दलों के साथ एक प्लेटफॉर्म पर आने के भी संकेत दिये हैं।
मायावती ने यहां अंबेडकर जयंती पर आयोजित पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा, ”मैंने इस शर्त के साथ आनंद कुमार को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने का फैसला ले लिया है कि वह पार्टी में हमेशा नि:स्वार्थ भावना से कार्य करता रहेगा और कभी भी सांसद, विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री आदि नहीं बनेगा. इसी शर्त के आधार पर आज मैं उसे पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोषित कर रही हूं”
मायावती ने लिखे हुए भाषण पढ़ने के आरोपों का जवाब देते हुए खुलासा किया कि वर्ष 1996 में उनके गले का बड़ा ऑपरेशन हुआ था और पूरी तरह खराब हो चुका एक ‘ग्लैण्ड’ डॉक्टरों ने निकाल दिया था। उन्होंने कहा कि बिना लिखा भाषण देने में ऊंचा बोलना पड़ता है लेकिन डॉक्टरों ने ऐसा नहीं करने की सलाह दी है।
मायावती ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 403 सीटों में से 250 सीटों पर ईवीएम से छेड़छाड़ की थी, इन सीटों पर बीजेपी उम्मीदवार कमज़ोर स्थति में थे।
BJP did tampering in EVMs on 250 seats out of 403, the seats where BJP was very weak: Mayawati pic.twitter.com/xlBaiHOjlL
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 14, 2017
उन्होंने कहा, ”देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए मैं कदम पीछे खींचने वाली नहीं हूं। हमारी पार्टी भाजपा द्वारा ईवीएम की गड़बड़ी के खिलाफ बराबर संघर्ष करेगी और इसके लिए भाजपा विरोधी दलों से भी हाथ मिलाना पड़ा तो अब उनके साथ भी हाथ मिलाने में परहेज नहीं है।” उन्होंने कहा कि पार्टी आंदोलन के हित में ‘जहर को जहर से मारने’ के आधार पर चलकर ईवीएम की गड़बड़ी को रोकना बहुत जरूरी है।