मायावती ने अखिलेश को दिया झटका: अकेले उपचुनाव लड़ने की तैयारी

मायावती ने अखिलेश को दिया झटका: अकेले उपचुनाव लड़ने की तैयारी

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में बना सपा बसपा गठबंधन में दरार पैदा होने के संकेत मिले हैं। लोकसभा चुनाव परिणामो की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती ने ऐसे संकेत दिए हैं।

पीटीआई के मुताबिक, बैठक में मायावती ने कहा कि बसपा कार्यकर्ता, पदाधिकारी, विधायक और नवनिर्वाचित सांसद आगामी उपचुनाव अकेले लड़ने की तैयारी करें। इसके लिए गठबंधन पर निर्भर ना रहें। कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं।

मायावती के बयान से साफ़ है कि वे विधानसभा के उपचुनाव अकेले लड़ने का मन बना चुकी हैं। वहीँ बसपा सूत्रों की माने तो बहुजन समाज पार्टी 2022 का विधानसभा चुनाव भी अकेले दम पर लड़ने की तैयारी कर रही है और पार्टी ने सभी 403 विधानसभा सीटों पर भाईचारा कमेटियां गठित कर चुनावी तैयारी शुरू कर दी हैं।

मायावती के रुख से प्रदेश में बना सपा बसपा रालोद गठबंधन का अस्तित्व खतरे में नज़र आ रहा है। माना जा रहा है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में शून्य पर पहुंची बहुजन समाज पार्टी को 2019 में दस सीटें मिलने के बाद बसपा का मकसद पूरा हो गया हो गया है और अब उसे सपा से गठबंधन की आवश्यकता नज़र नहीं आ रही।

जानकारों की माने तो सपा-बसपा-रालोद गठबंधन में सिर्फ बसपा का फायदा हुआ। इस गठबंधन से लोकसभा चुनाव में सपा को उम्मीद के मुताबिक फायदा नहीं मिला। यहाँ तक कि उसके हाथ से बदायूं की सीट भी जाती रही और कन्नौज में अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव के अलावा फ़िरोज़ाबाद सीट पर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव भी चुनाव हार गए। । वहीँ रालोद का एक बार फिर सूपड़ा साफ़ हो गया।

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TeamDigital